जटामासी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- औषधियों के अंतर्गत ऐंद्री , शंखपुष्पी, वचा, जटामासी, सर्पगंधा, तगर, अश्वगंधा, अभ्रक भस्म, सारस्वतारिष्ट, ब्राह्मी घृत, सारस्वत चूर्ण, बृहतवान चिंतामणि रस आदि प्रमुख हैं।
- ये द्रव्य हैं- शिलारस , गुग्गुल , चंदन , जटामासी , लोबान , राल , खस , नख , भीमसैनी कपूर और कस्तूरी।
- ये द्रव्य हैं- शिलारस , गुग्गुल , चंदन , जटामासी , लोबान , राल , खस , नख , भीमसैनी कपूर और कस्तूरी।
- अगर नींद न आती हो तो सर्पगंधा और जटामासी बराबर मात्रा में मिलाकर 1 - 2 ग्राम की मात्रा में सवेरे शाम लें .
- Epilepsy की बीमारी में सर्पगंधा + जटामासी + अश्वगंधा + गाजवान + सौंफ को बराबर मात्रा में मिलाकर एक एक चम्मच सवेरे शाम लें .
- एक चम्मच जटामासी में मधु मिश्री का घोल मिला कर इसका सेवन करने से ब्लडप्रेशर को ठीक करके सामान्य स्तर पर लाया जा सकता है।
- वैशाख शुक्ल अष्टमी को दुर्गा जी , जो अपराजिता भी कहलाती हैं , की प्रतिमा को कपूर तथा जटामासी से सुवासित जल से स्नान कराना चाहिए।
- - एक चम्मच जटामासी में मधु मिश्री का घोल मिला कर इसका सेवन करने से ब्लडप्रेशर को ठीक करके सामान्य स्तर पर लाया जा सकता है।
- आधे से एक तक चाय की चम्मच भर जटामासी चूर्ण को मधु या मिश्री के घोल के साथ सेवन करने से रक्तचाप सामान्य हो जाता है।
- सर्पगंधा 50 ग्राम + जटामासी 100 ग्राम + ब्राह्मी 50 ग्राम ; इन सबको मिलाकर रात को 1 -2 ग्राम पानी के साथ ले लें .