जन्मतः का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पहले बच्चे यानी लड़का या लड़की का वजन और ऊँचाई ठीक है , क्या देखें ? जन्मतः बच्चे का वजन सामान्यतः ढाई से तीन किलो होता है , जो 15 वें महीने में बच्चे के वजन से दुगुना होना चाहिए।
- पहले बच्चे यानी लड़का या लड़की का वजन और ऊँचाई ठीक है , क्या देखें ? जन्मतः बच्चे का वजन सामान्यतः ढाई से तीन किलो होता है , जो 15 वें महीने में बच्चे के वजन से दुगुना होना चाहिए।
- मैं कम से कम उन्हीं की पूरी राय जान लूँ ! तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख महामहिम दलाईलामा सदा ही यह कहते रहे हैं कि महात्मा बुद्ध जन्मतः हिन्दू थे और यह दोनों धर्मों जुड़वां संतानों की तरह हैं .
- मेरे भीतर जन्मतः ही कोई शक्ति थी-या शक्ति का अंकुर था , जो मुझे अरुद्ध गति से इधर ही प्रेरित कर रहा था , और करता रहता , चाहे माँ मुझसे , या मेरे सम्बन्ध में , कभी बात ही न करती।
- आईज़ैक असिमोव ( ; जन्मतः आईज़ैक युडोविच ओज़िमोव , 2 जनवरी 1920 - 6 अप्रैल 1992), एक अमेरिकी लेखक और बोस्टन विश्वविद्यालय में जैव-रसायन (बायोकेमिस्ट्री) के प्रोफेसर थे जिन्हें अपने साइंस फिक्शन से संबंधित कार्यों तथा साइंस की लोकप्रिय किताबों के लिए जाना जाता है.
- आईज़ैक असिमोव ( ; जन्मतः आईज़ैक युडोविच ओज़िमोव , 2 जनवरी 1920 - 6 अप्रैल 1992), एक अमेरिकी लेखक और बोस्टन विश्वविद्यालय में जैव-रसायन (बायोकेमिस्ट्री) के प्रोफेसर थे जिन्हें अपने साइंस फिक्शन से संबंधित कार्यों तथा साइंस की लोकप्रिय किताबों के लिए जाना जाता है.
- लेकिन हर देश में हर समय में जिंदा रहती हैं कुछ विलुप्त मान ली गई प्रजातियां वे छुप-छुपकर रहती हैं जिंदा और कुछ के पास तो जन्मतः ही होता है एक कवच-कुण्डल और जिन्हें मार पाना कभी भी नहीं रहा आसान किसी भी तंत्र के लिए
- जेन एट्टा ( जन्मतः हिलहाउस), एक हाईस्कूल काउंसेलर, और विलियम एल्विन पिट, एक ट्रक कंपनी के मालिक के बेटे पिट का जन्म शॉनी, ओक्लाहोमा में हुआ. के साथ वे स्प्रिंगफ़ील्ड, मिसौरी में पले, जहां उनका परिवार उनके जन्म के तुंरत बाद ही चला गया.बचपन में उनका पालन-पोषण एक रूढ़िवादी दक्षिणी बपतिस्मा के रूप में हुआ.
- मनु के अनुसार मनुष्य का वास्तविक जन्म विद्या प्राप्ति के उपरांत ही होता है | जन्मतः प्रत्येक मनुष्य शूद्र या अशिक्षित है | ज्ञान और संस्कारों से स्वयं को परिष्कृत कर योग्यता हासिल कर लेने पर ही उसका दूसरा जन्म होता है और वह द्विज कहलाता है | शिक्षा प्राप्ति में असमर्थ रहने वाले शूद्र ही रह जाते हैं |
- मनु के अनुसार मनुष्य का वास्तविक जन्म विद्या प्राप्ति के उपरांत ही होता है | जन्मतः प्रत्येक मनुष्य शूद्र या अशिक्षित है | ज्ञान और संस्कारों से स्वयं को परिष्कृत कर योग्यता हासिल कर लेने पर ही उसका दूसरा जन्म होता है और वह द्विज कहलाता है | शिक्षा प्राप्ति में असमर्थ रहने वाले शूद्र ही रह जाते हैं |