जिउतिया का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जीवित्पुत्रिका ( जिउतिया ) व्रत पुत्र की प्राप्ति तथा उसे दीर्घ जीवन के लिए किया जाता है।
- पिछले पोस्ट में मैंने जिउतिया व्रत की एक बहुत ही प्रचलित लोक कथा के बारे में बताया था।
- पुरोहित ने कहा- प्रभु , इसमें क्या मुश्किल है, इसी पितृपक्ष में तो जिउतिया जैसा पावन पर्व माताएँ मनाती हैं।
- सभी पुत्रवती स्त्रियाँ जीमूतवाहन का विग्रह ‘ जिउतिया ' गले में पहनती हैं जो एक लॅाकेट की तरह होता है।
- ऐसी लोक कथाओं में “बहुरा” ( बहुला), जिउतिया (जीवित्पुत्रिका), करवा चौथ, अहाई, गनगौर और पिड़िया की कथाएँ मुख्य स्थान रखती हैं।
- ऐसी लोक कथाओं में “बहुरा” ( बहुला), जिउतिया (जीवित्पुत्रिका), करवा चौथ, अहाई, गनगौर और पिड़िया की कथाएँ मुख्य स्थान रखती हैं।
- मातृ पितर और पुत्र पर्व - जिउतिया आश्विन ( क्वार , कुआर ) माह का कृष्ण पक्ष पितृपक्ष कहलाता है।
- जानकारी के अनुसार अर्जुन अपने चार-पांच दोस्तों के साथ कल्याणपुर के जिउतिया मेला देख टंडवा होते घर जा रहा था।
- उसने जिउतिया व्रत रखा और जैसे जैसे गर्म दूध के साथ जाई निगलती गई , अजगर के पेट में दाहा बढ़ता गया।
- हां साल में एक बार जिउतिया के व्रत में नदी नहाने के लिए खिडकी के रास्ते जाने की इजाजत होती थी।