जीवनकथा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जीवनकथा में लेखक के लिए तथ्य और सत्य की क्रमबद्ध प्रस्तुति महत्वपूर्ण होती है , जबकि आत्मकथा के लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है।
- मदन सोनी का पठन हिन्दी गद्य की जन्मकथा को एक औपनिवेशिक फलन की तरह पढता हैं और उसकी उपनिवेशोत्तर जीवनकथा को समस्याग्रस्त करता है .
- वे लिखते हैं - “ किसी भी व्यक्ति की जीवनकथा में उसके राजनीतिक सहयोगियों , उनके व्यक्तित्व तथा विचारों का ईमानदार विवेचन होना चाहिए।
- इन लोकप्रिय ग्रंथों का उद्गम स्थान मिस्त्र के सत आथनी की “ जीवनकथा ” है जिसके लेखक चौथी शताब्दी के संत अथनासियस माने जाते हैं।
- साहित्य साधना ” ( 1969 ) में जीवनकथा में निराला के निजी अनजाने पहलुओं का उदघाटन करने के साथ निजी पत्रों को भी शामिल किया।
- मदन सोनी का पठन हिन्दी गद्य की जन्मकथा को एक औपनिवेशिक फलन की तरह पढता हैं और उसकी उपनिवेशोत्तर जीवनकथा को समस्याग्रस्त करता है .
- परन्तु सजीव से उसे शरीर या अहंकार का जैसा पोषण अभीष्ट है , उसमें जीवन-मृत्यु का संघर्ष है , जो सारी जीवनकथा का तत्व है।
- हो तो यह भी सकता है कि अगले दो-एक दिन लगातार आपको अन्ना की कुछेक और नायाब कविताएं पढ़वाऊं . अन्ना की विस्तृत जीवनकथा भी तभी . .
- देव डी फिल्म का यह गीत अपने आप में एक सम्पूर्ण फिल्म है और यह फिल्म के तीन मुख्य पात्रों में से एक लैनी ( Kalki Koechlin) की जीवनकथा...
- अपनी मां और बहन की तलाश और बदले के लिए भटकते बेन-हर की जीवनकथा में ईसा का उपदेश और उन्हें सूली पर चढ़ाए जाने जैसी घटनाएं भी जुड़ती हैं।