जीहुजूरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कंप्यूटर पर स्वयं टंकित करना या किसी से दूसरे को मोहताज होने में वह अपनी हेठी समझते हैं-इस पर तकनीकी फंडा भी है कि उनको पहले कंप्यूटर गुरु ढूंढना होगा और उसकी जीहुजूरी करनी होगी।
- सर , नाइट , राय बहादुर आदि तमाम सरकारी पदवियों से अलंकृत इस विशिष्ट समुदाय का काम था- अंग्रेजों की जीहुजूरी करना , किसानों पर शासन करना और किसानों से हर हालत में लगान वसूल करना।
- अपने अंदर जो आशायें और आकांक्षायें हैं वह पता नहीं कितना नचायेंगी वर्तमान संदर्भ में व्याख्या-आदमी के मन में अनेक प्रकार की आशायें , आकांक्षायें और इच्छायें होती हैं जो उनको उनको अपने स्वामी या उच्च पदस्थ व्यक्ति की जीहुजूरी के लिये बाध्य करती हैं।
- अगर मेरे कमेन्ट में किसी भी तरह की चापलूसी या जीहुजूरी या ओवर स्मार्टनेस झलक रही हो तो अवश्य बता दीजियेगा जवाब इसलिए लिखना पडा क्योंकि 40-45 टिप्पणीकारों में ये भोला सा , कुछ ज्यादा ही सोच समझ कर लिखने वाला बच्चा भी शामिल है :(
- अगर मेरे कमेन्ट में किसी भी तरह की चापलूसी या जीहुजूरी या ओवर स्मार्टनेस झलक रही हो तो अवश्य बता दीजियेगा जवाब इसलिए लिखना पडा क्योंकि 40-45 टिप्पणीकारों में ये भोला सा , कुछ ज्यादा ही सोच समझ कर लिखने वाला बच्चा भी शामिल है :(
- वर्तमान संदर्भ में संपादकीय व्याख्या- पाश्चात्य शैक्षणिक प्रणाली ने इस देश के लोगों की मानसिकता ही गुलाम बना दी दी है और यही कारण है कि चाटुकारों की एक बहुत बड़ी फौज दिखाई देती है जो शिखर पुरुषों की जीहुजूरी में अपना जीवन गुजार देती है।
- अगर मेरे कमेन्ट में किसी भी तरह की चापलूसी या जीहुजूरी या ओवर स्मार्टनेस झलक रही हो तो अवश्य बता दीजियेगा जवाब इसलिए लिखना पडा क्योंकि 40 - 45 टिप्पणीकारों में ये भोला सा , कुछ ज्यादा ही सोच समझ कर लिखने वाला बच्चा भी शामिल है
- यह अपने परिश्रम को बस नए शिक्षकों को राय देने , उनके कार्यों में मीन-मेख निकालने , कमेटियों के मेंबर बनने की गुणा-गणित व वाइस-चान्सलर बनने के लिए नेताओं की जीहुजूरी व तलवा-चटाई में बिताता है और जिस काम के लिए प्रतिदिन का चार हजार पारिश्रमिक लेता है उसी को ताखे पर रख देता है।
- यदि हम अपने लोगों के बीच ऐसे मामूली फर्क को स् वीकार नहीं कर सकते , तो हम वैश् वीकृत दुनिया के साथ कभी कैसे जुड सकेंगे ? क् या हम हर उस विदेशी का मजाक बनाएंगे , जो कारोबार के लिए भारत आता है और गोरा नहीं है ( गोरों की तो हम स् वत : जीहुजूरी करने लगते हैं ) ?
- यदि हम अपने लोगों के बीच ऐसे मामूली फर्क को स् वीकार नहीं कर सकते , तो हम वैश् वीकृत दुनिया के साथ कभी कैसे जुड सकेंगे ? क् या हम हर उस विदेशी का मजाक बनाएंगे , जो कारोबार के लिए भारत आता है और गोरा नहीं है ( गोरों की तो हम स् वत : जीहुजूरी करने लगते हैं ) ?