ठगनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जग जाहिर सी यह बात रही कि वो तो बस एक ठगनी है . ..
- लेकिन जो इस ठगनी को ठग ले , वह माया से भी बलवान है।
- मैं तो इस ठगनी माया जाल में फंसा हुआ अभी तक छटपटा रहा हूँ .
- कबीर ने पाँच सौ वर्ष पूर्व कहा था- “ माया तू बड़ी ठगनी ” ।
- माया ठगनी जो जो रूप देखाती है हम उसके चाल में आ ही जाते हैं .
- मिल जाए तो मुंह नोच लूँ . .. बाबा हंसते रहते ... माया ठगनी हम जानी ....
- “ तेरी ठोड़ी के उपर लगे तिल से ” एक ठगनी ने एकदम उत्तर दिया ।
- दार्शनिक अर्थों में कबीरदास ने कई जगह पर माया अर्थात धन-सम्पत्ति-काम को ठगनी की संज्ञा दी है।
- दार्शनिक अर्थों में कबीरदास ने कई जगह पर माया अर्थात धन-सम्पत्ति-काम को ठगनी की संज्ञा दी है।
- आश्रम पाँच सितारा हो गए और जोगी ब्रह्म को बिसार कर माया महा ठगनी के गुण गाने लगे।