डिम्बाशय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परिणाम स्वरूप मांसाहारी पुरुषों को हृदय रोग के अलावा “ प्रोस्टेट कैंसर ” तथा मांसाहारी महिलाओं को गर्भाशय , डिम्बाशय ( ओवरी ) और स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
- रोगी के पेट में ऐसा महसूस होना मानो पेट में कोई चीज चक्कर काट रही हो या डिम्बाशय प्रदेश में फड़फड़ाहट अनुभव होना आदि लक्षणों में ब्रैची ग्लोटिस औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
- इनके अंदर मुख्यतः पुरूष हॉर्मोन्स एण्ड्रोजन्स ( androgens ) तथा स्त्री हॉर्मोन्स ईस्ट्रोजन्स ( oestrogens ) शामिल होते हैं और इनका प्रभाव वृषण एवं डिम्बाशय द्वारा स्रावित हॉर्मोन्स के जैसा ही होता है।
- ल्यूटनाइज़िंग हार्मोन के एनालॉग के रूप में कार्य करने वाला इस कारक के कारण इंजेक्शन देने के 42 घंटे बाद डिम्बोत्सर्जन होता था , लेकिन डिम्बाशय से डिम्ब कोशिकाओं को प्राप्त करने के लिए उससे ठीक पहले एक पुनः प्राप्ति प्रक्रिया आरंभ होती है.
- स्त्रियों के गर्भकाल में , मासिक धर्म से ठीक पहले और मासिक धर्म बन्द होने के बाद जबकि स्त्री-डिम्ब डिम्बाशय से निकलकर डिम्ब-नलिका से होते हुए गर्भाशय की तरफ बढ़ता रहता है और पुरूष शुक्राणु के ना मिलने के कारण समाप्त हो जाता है।
- ल्यूटनाइज़िंग हार्मोन के एनालॉग के रूप में कार्य करने वाला इस कारक के कारण इंजेक्शन देने के 42 घंटे बाद डिम्बोत्सर्जन होता था , लेकिन डिम्बाशय से डिम्ब कोशिकाओं को प्राप्त करने के लिए उससे ठीक पहले एक पुनः प्राप्ति प्रक्रिया आरंभ होती है .
- अगर ब्लास्टोसिस्ट्स विपरीत लिंग के हैं , तो दोनों लिंगों के जननांग का गठन हो सकता है या तो डिम्बाशय और अंडकोष या अंतरलैंगिकता के एक दुर्लभ रूप में संयुक्त रूप से ओवोटेस्टिस, इस स्थिति को पूर्व में वास्तविक उभयलिंगीपन के रूप में जाना जाता था.
- अगर ब्लास्टोसिस्ट्स विपरीत लिंग के हैं , तो दोनों लिंगों के जननांग का गठन हो सकता है या तो डिम्बाशय और अंडकोष या अंतरलैंगिकता के एक दुर्लभ रूप में संयुक्त रूप से ओवोटेस्टिस, इस स्थिति को पूर्व में वास्तविक उभयलिंगीपन के रूप में जाना जाता था.
- स्त्रियों के गर्भकाल में , मासिकधर्म से ठीक पहले , मासिकधर्म बंद होने के बाद जब स्त्री-डिम्ब डिम्बाशय से निकलकर डिम्ब-नलिका से होते हुए गर्भाशय की तरफ बढ़ता रहता है और पुरुष शुक्राणु के न मिलने के कारण समाप्त हो जाता है तब इस डिम्ब-निष्कासन और डिम्ब-विर्सजन की अवधि में भी गीलापन बढ़ जाता है।
- वास्तव में मासिक धर्म का स्वस्थ रूप में न आने से ही मासिकधर्म संबन्धी अनेक रोग उत्पन्न होते हैं जैसे- मासिक धर्म का कम मात्रा में आने ( शेन्टी मेंसटरुएशन ) के कारण क्षय रोग , मानसिक परेशानी , स्वास्थ का खराब रहना , डिम्बाशय स्फीति ( इनफलामेशन ऑफ दी ओवरीस ) आदि रोग उत्पन्न होते हैं।