तद्भव शब्द का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तत्सम तथा तद्भव शब्द हिंदी की जान हैं किन्तु इनका अनुपात तो प्रयोग करनेवाले की समझ पर ही निर्भर है .
- तद्भव शब्द चिरकालिक परिवर्तन के परिणाम और बोलचाल के शब्दों के आधार हैं , इसलिए उनका त्याग तो हो ही नहीं सकता।
- तद्भव शब्द - ये वैसे शब्द हैं जिनका जन्म संस्कृत या प्राकृत में हुआ था , लेकिन उनमें काफ़ी बदलाव आया है।
- तद्भव शब्द - ये वो शब्द हैं जिनका जन्म संस्कृत या प्राकृत में हुआ था , लेकिन उनमें काफ़ी ऐतिहासिक बदलाव आया है।
- तद्भव शब्द - ये वो शब्द हैं जिनका जन्म संस्कृत या प्राकृत में हुआ था , लेकिन उनमें काफ़ी ऐतिहासिक बदलाव आया है।
- उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम पाॅच दशकों में अंगे्रजी के शब्द तो जेती से आये ही , कुछ पुराने तद्भव शब्द निकल भी गये।
- तद्भव शब्द - ये वो शब्द हैं जिनका जन्म संस्कृत या प्राकृत में हुआ था , लेकिन उनमें काफ़ी ऐतिहासिक बदलाव आया है ।
- हिन्दी के मुख्य आधार उसके तद्भव शब्द हैं , उनके स्थान पर तत्सम शब्दों का प्रयोग करना उसके वास्तविक रूप को विकृत करना है।
- यानी अपनी जड़ोंए परिवेशए परंपराओं और पतिव्रत से भटकी हुई औरत के लिए राजेंद्र यादव ने लिखा कि श्छिनालश् तद्भव शब्द हैए तत्सम नहीं।
- भाषा में जो तत्सम शब्द बचे रह जाते हैं उसकी वजह उनमें निहित अर्थशक्ति अथवा तद्भव शब्द में अलग अर्थवत्ता का विकसित होते जाना भी है।