तीसमारखाँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ब्लॉग नैशविल गोष्ठी पर एक रपट , अंतर्जाल पर हिन्दी के बढ़ते चरण, न्यूज़गेटर द्वारा फ़ीड-डेमन का अधिग्रहण, आई.बी.एम ने कर्मचारियों को दी चिट्ठाकारी करने की छूट, तीसमारखाँ ब्लॉगर और ऐसी ही और खबरें हलचल में।
- ब्लॉग नैशविल गोष्ठी पर एक रपट , अंतर्जाल पर हिन्दी के बढ़ते चरण, न्यूज़गेटर द्वारा फ़ीड-डेमन का अधिग्रहण, आई.बी.एम ने कर्मचारियों को दी चिट्ठाकारी करने की छूट, तीसमारखाँ ब्लॉगर और ऐसी ही और खबरें हलचल में।
- दूसरी बात अगर टू अपने आपको इतना तीसमारखाँ समझ रहा है तो नगर जी को चॅलेंज क्यू नई करता ? है तेरी औकात ? सच को झूट मे बदल दे ना फेंकू के भाड़े के चमचे ....
- जो लोग क्षेत्रीयता को हवा देकर अपनी राजनैतिक ताकत बनाए रखने बनाम सत्ता की दलाली करते रहने में तीसमारखाँ बने फिरते हैं वे विदेशी घुश्पेठियों , आतंकवादियों और दुराचारियों के निरंतर भारत विरोधी कारनामों पर केवल अरण्यरोदन करते रहते हैं .
- ब्लॉग नैशविल गोष्ठी पर एक रपट , अंतर्जाल पर हिन्दी के बढ़ते चरण , न्यूज़गेटर द्वारा फ़ीड-डेमन का अधिग्रहण , आई . बी . एम ने कर्मचारियों को दी चिट्ठाकारी करने की छूट , तीसमारखाँ ब्लॉगर और ऐसी ही और खबरें हलचल में।
- ब्लॉग नैशविल गोष्ठी पर एक रपट , अंतर्जाल पर हिन्दी के बढ़ते चरण , न्यूज़गेटर द्वारा फ़ीड-डेमन का अधिग्रहण , आई . बी . एम ने कर्मचारियों को दी चिट्ठाकारी करने की छूट , तीसमारखाँ ब्लॉगर और ऐसी ही और खबरें हलचल में।
- समाचार संकलन व पुनर्लेखनः देबाशीष चक्रवर्ती चिठ्ठाकारी को ज़्यादा गँभीरता से न लें ब्लॉग नैशविल गोष्ठी पर एक रपट , अंतर्जाल पर हिन्दी के बढ़ते चरण, न्यूज़गेटर द्वारा फ़ीड-डेमन का अधिग्रहण, आई.बी.एम ने कर्मचारियों को दी चिट्ठाकारी करने की छूट, तीसमारखाँ ब्लॉगर और ऐसी ही और खबरें हलचल में।
- आज की फ़िल्मों में सातवें दशक का वातावरण सुजित करने की यह कोशिश ‘ ओम शांति ओम ' में तो कुछ हद तक सफल रही लेकिन बाद की ‘ एक्शन रीप्ले ' , ‘ तीसमारखाँ ' , ‘ 1920 ' , ‘ हॉन्टेड ' आदि फ़िल्मों में दर्शकों ने इसे अस्वीकार कर दिया।
- हर जगह हर बैठक में चर्चा का मुद्दा बस एक ही है-क्या होगा हमारा यार , कैसे मिलेगी नौकरी पर इन सबके बीच में भी कुछ तीसमारखाँ हैं जो इस संवेदनशील बहस के बीच में खुद की शेखी बखाने से बाज नहीं आते और बातें तो ऐसी करते हैं जैसे कि मानो कि कितने सारे ऑफर लेटर अभी से ही उनकी जेब में रखे पड़े हैं।
- बहुत सुन्दर आलेख लिखा आपने ! दुशाले मे लपेट कर मार है आपने ! लेकिन इस तरह के भाई लोग दुशाले को नही समझते ! सीधे ही सिर् पर जूता मारना चाहिये ! इन लोगो का बस चले तो ए देश को अंग्रेज़ों को बेच कर कमा जाएं ? बेअक् कल बद दिमाग घटिया सोंच रखने वाले लोग ही इस तरह के उल जलूल बयान दे कर अपने को अपने आपको राजनीति का तीसमारखाँ समझने की बेवकूफी करतें हैं !