दधीचि ऋषि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जो अपने हाड़-मांस के शरीर की स्थूलता का विस्तार करने की बजाय दधीचि ऋषि की तरह किसी की रक्षा के लिए अपनी अस्थियाँ तक दान में दे दे वही है सच्चा दानी तथा वास्तविक योद्धा।
- महाभारत के शल्य-पर्व , शांति-पर्व, या वायुपुराण में सरस्वती नदी और दधीचि ऋषि के पुत्र सम्बन्धी मिथक थोड़े थोड़े अंतरों से मिलते हैं उन्हें संस्कृत महाकवि बाणभट्ट ने अपने ग्रन्थ 'हर्षचरित' में विस्तार दे दिया है.
- जो अपने हाड़-मांस के शरीर की स्थूलता का विस्तार करने की बजाय दधीचि ऋषि की तरह किसी की रक्षा के लिए अपनी अस्थियाँ तक दान में दे दे वही है सच्चा दानी तथा वास्तविक नायक।
- उस पीपल-बोनसाई को हम समस्त वनस्पति-वर्ग और वनों का दधीचि ऋषि मान सकते हैं , जो स्वयं कष्ट सहकर अपनी जात वालों को ( यानी समस्त वनों को और प्रकृति को ) हमारे हाथों नष्ट-भ्रष्ट किए जाने से बचाता है।
- महाभारत के शल्य-पर्व , शांति-पर्व , या वायुपुराण में सरस्वती नदी और दधीचि ऋषि के पुत्र सम्बन्धी मिथक थोड़े थोड़े अंतरों से मिलते हैं उन्हें संस्कृत महाकवि बाणभट्ट ने अपने ग्रन्थ ' हर्षचरित ' में विस्तार दे दिया है .
- जो अपने हाड़-मांस के शरीर की स् थूलता का विस् तार करने की बजाय दधीचि ऋषि की तरह किसी की रक्षा के लिए अपनी अस् थियाँ तक दान में दे दे वही है सच् चा दानी तथा वास् तविक नायक।
- दधीचि ऋषि ने संसार के कल्याण के लिये अपनी अस्थियों तक का दान कर दिया था , राजा शिवि ने शरण में आये हुये निरीह जीव की रक्षा करने के लिये अपने शरीर पर से माँस का अन्तिम टुकड़ा भी उतरवा दिया था।
- स्मृति में है कलम कोशिकाओं की पर -हित- वाद . ऋषि दाधीच ( दधीचि ऋषि ) ने अपने जीते जी आत्म बल से अपना शरीर त्याग दिया था इंद्र को दान कर दीं अस्थियाँ वित्रासुर का वध करने के लिए वज्र तैयार किया गया था इन्हीं अस्थियों से .