दाँव पेंच का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस प्रभाव का नाम गायिका , अभिनेत्री बार्बरा स्ट्राइसैंड पर पड़ा है, जिन्होंने अपने मालिबू वाले बंगले के चित्रों को छपने से रोकने के लिए कानूनी दाँव पेंच लगाए, पर असफल रहीं;
- इसी प्रकार चंगाई सभा में अपने ही आदमी के हाथ में फेविकोल लगाकर उसे कुष्ठ रोगी के रूप में चित्रित कर ईसा के नाम पर हजारों की भीड़ में उसे स्वस्थ करने के छलपूर्ण दावे भी मिशनरी दाँव पेंच का हिस्सा हैं .
- मगर भूमि अधिग्रहण विधेयक सहित अन्य मसलों पर अन्य दल अपनी-अपनी सियासत के दाँव पेंच जरुर आजमाते नजर आयेंगे ! संसद का बजट सत्र के शुरुआती दिन तो हंगामे की भेंट चढ़ ही चुके हैं और आगे भी राजनीतिक परिस्थितियां ऐसी बनती दिख रही हैं !
- ताकि पत्नी के बेवफ़ा होने के सबूत के आधार पर तलाक आसान हो जावे अन्यथा कहीं पत्नि को कहीं से ज्ञान प्राप्त हो गया और उसने उल्टा इनको कानूनी दाँव पेंच में फ़ँसा दिया तो राजू भाई की स्थिति संकट में पड़ जाने की प्रबल संभावना है।
- इस प्रभाव का नाम गायिका , अभिनेत्री बार्बरा स्ट्राइसैंड पर पड़ा है , जिन्होंने अपने मालिबू वाले बंगले के चित्रों को छपने से रोकने के लिए कानूनी दाँव पेंच लगाए , पर असफल रहीं ; उल्टा इससे उन का व्यक्तिगत जीवन इंटरनेट पर और अधिक चर्चों में आ गया।
- राष्ट्रपति पद के वर्तमान चुनाव में जहाँ प्रत्येक राजनैतिक दल व घटक जबरदस्त राजनैतिक दाँव पेंच खेल रहे हैं वहीं महाराष्ट्र में अपना अच्छा प्रभाव रखने वाली क्षेत्री पार्टी शिवसेना ने भी कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा पाटिल को अपना समर्थन देने की बात कहकर अपनी पारंपरिक सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को भी स्तब्ध कर दिया है।
- राष्ट्रपति पद के वर्तमान चुनाव में जहाँ प्रत्येक राजनैतिक दल व घटक जबरदस्त राजनैतिक दाँव पेंच खेल रहे हैं वहीं महाराष्ट्र में अपना अच्छा प्रभाव रखने वाली क्षेत्री पार्टी शिवसेना ने भी कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा पाटिल को अपना समर्थन देने की बात कहकर अपनी पारंपरिक सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को भी स्तब्ध कर दिया है।
- जो दाँव पेंच की बातें करता है , फिर भी तुम्हारे जाल में फँसे इंसान आज फडफडा रहे हैं , तुम्हारे बारे में ज़बान खोलने पर मौत तक दे दी जाती हैं , बहुत मुनज्ज़म गिरोह बन गया है झूट का जो इंसानों को झूट को ओढने और बिछाने पर मजबूर किए हुए है .
- 19वीं सदी के अंतिम चरण में जो कुछ बुरी घटनाएँ घटित हुईं , सत्ता के स्तर पर जो कुछ राजनीतिक परिवर्तन हुए, ब्रिटिष-षोषण के जो नये-नये तौर तरीके और रणनीतिक दाँव पेंच अपनाये गये और इन सबके विरूद्ध नाना प्रकार के दुःख-दर्दों को झेलते रहने के साथ-साथ हालात के विरूद्ध विद्रोह की जो आग अंचल के आदिवासियों के भीतर सुलगती रही- इस सबको मूक साक्षी मानगढ़ ने अपनी अदृष्य आँखों से देखा।
- 19वीं सदी के अंतिम चरण में जो कुछ बुरी घटनाएँ घटित हुईं , सत्ता के स्तर पर जो कुछ राजनीतिक परिवर्तन हुए, ब्रिटिष-ंउचयषोषण के जो नये-नये तौर तरीके और रणनीतिक दाँव पेंच अपनाये गये और इन सबके विरूद्ध नाना प्रकार के दुःख-ंउचयदर्दों को झेलते रहने के साथ-ंउचयसाथ हालात के विरूद्ध विद्रोह की जो आग अंचल के आदिवासियों के भीतर सुलगती रही-ंउचय इस सबको मूक साक्षी मानगढ़ ने अपनी अदृष्य आँखों से देखा।