दीवट का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 24 और उस ने मिलापवाले तम्बू में मेज़ के साम्हने निवास की दक्खिन अलंग पर दीवट को रखा ,
- फागुन की सांझ दीप जला दीवट पर होंठ लगी बांसुरी चौखट पर बैठ गयी फागुन की साँझ री .
- जिस रात नयन के दीवट में , भावों का तेल भरा होगा,आँसु की लौ दिप-दिप कर के, सारी रजनी दमकायेगी...सरस, सुन्दर...
- मँझले भइया को थी मिर्गी की बीमारी , इसलिऐ वे 'ओं-ओं' करके दीवट उलटाकर जो चित्त गिरे सो फिर न उठे।
- किन् तु इसे दीवट पर रखें , उजाकर करें कि सब लोग इसीक रौशनी को देखकर उसके पीछे चल सकें।
- कहीं दूर कोई आहट सी शायद उसी की वहां किसी मोड़ सांझ का दीवट वहीँ फिर में छुपा सा सहसा उठती हुई ध्वनिओं का . ..
- बोला , “लड़कों ने इतना अधिक भयभीत होकर, और दीवट लुढ़काकर, ऐसा भीषण काण्ड मचा दिया कि मैं स्वयं भी मारे डर के उस वृक्ष की
- और लोग दिया जलाकर पैमाने के नीचे नहीं परन् तु दीवट पर रखते हैं , तब उस से घर के सब लोगों को प्रकाश पहुंचता है।
- 15 लोग दीया जलाकर किसी बाल्टी के नीचे उसे नहीं रखते बल्कि उसे दीवट पर रखा जाता है और वह घर के सब लोगों को प्रकाश देता है।
- दो घड़ी रात बीत गयी है , एक पीतल की दीवट पर एक पीतल का चौकोर दीया जल रहा है-दीये में चारों ओर चार मोटी-मोटी बत्तियाँ लगी हैं।