दृश्यकाव्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अरस्तू के “पोयटिक्स” में कामेडी , ट्रैजेडी, तथा एपिक की समीक्षात्मक कसौटी का आकलन है और भरत का नाटयशास्त्र केवल रूपक या दृश्यकाव्य की ही समीक्षा के सिद्धांत प्रस्तुत करता है।
- भारतेंदु हरिश्चंद्र की 1883 की आलोचना पुस्तिका नाटक अथवा दृश्यकाव्य के आधार पर अधिकांश आलोचक यह स्थापना देते रहे हैं कि अन्य विधाओं की तरह भारतेंदु ही आधुनिक आलोचना के प्रस्थानक हैं।
- ' ' प्राकृत व्याकरण और संस्कृत के दृश्यकाव्य समूह में मागधाी नाम से प्रसिध्द एक प्राकृत भाषा पाई जाती है , आलोच्य पाली से यह भाषा इतनी अधिाक विभिन्न है , कि दोनों की भिन्नता उनके देखते ही प्रकट हो जाती है।