देव मूर्ति का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैं पतझड़ का बासी फूल ! चढ़ न सकूँगी देव मूर्ति पर, मिटना होगा बन कर धूल ! मैं पतझड़ का बासी फूल ! प्रिय के युगल चरण साकार, सह न सकेंगे मेरा भार,सौरभ हीन शून्य जीवन मम, इसे सजाना है बेकार,कान्त कल्पना प्रिय चरणों पर चढ़ने की, थी मेरी भूल ! मैं पतझड़ का बासी...
- विरुद्ध अंतर्गत धारा 12 ० बी सपठित साधा 42 ० बी सपठित धारा 42 ० , भारतीय दंड संहिता , 13 ( 2 ) सपठित धारा की ओर से 13 ( 1 ) ( डी ) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 और अभियुक्त देव मूर्ति , आदित्य मूर्ति व वेद प्रकाश के विरुद्ध अंतर्गत धारा 12 ० बी सपठित धारा 42 ० , 468 , 471 भारतीय दंड संहिता 13 ( 2 ) सपठित धारा 13 ( 1 ) ( डी ) भ्रष्टाचार निवारण के तहत लखनऊ की अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
- पंडितों को पूछा तो उन्होंने ललकारा मार कर कहा-हमें भी मंजूर है | हम अपने देवताओं को बुलाएंगे , देवता हमारे हैं | उनको अहंकार था | वह अहंकार में घिरे हुए दीवाने हुए फिरते थे | इसलिए भी कि उनको विद्या का मान था , जंत्र , मंत्र जानते थे | वह मान गए | नवाब की इच्छा तमाशा देखने की थी , उसको भी विश्वास था कि पत्थर की मूर्तियां भला गंगा पार से कैसे आएंगी | दोनों को झूठा साबित करके देव मूर्ति पूजा छुड़ा देंगे | क्योंकि इस्लाम में मूर्ति पूजा नहीं होती |