धुंधलाई का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- और धुंधलाई हुयी शाम के बे-नूर अँधेरे ऐसे दीवारों से मुह जोड़ के चलते हैं यहाँ , चूड़ीवालान के कटरे की बड़ी बी-जैसे अपनी बुझती हुई आँखों से दरवाज़े टटोले...
- जब देखो धुंध में लुका-छिपी के खेल में व्यस्त हैं और धरा भी धुंध में धुंधलाई आँखों से निशा में दूर तक अपने सखा ' इंदु ' को देखती है।
- मोक्ष का मार्ग मछलियां ( सेवाकाल संस्मरण- 12 ) लगता है चिनहट ,लखनऊ तक की याददाश्त तो अभी भी तरो ताजा है मगर झाँसी प्रवास की यादें कुछ धुंधलाई हुयी सी हैं।
- अन्तर्मन की वेदना जब उन दोनों के मुरझाए चेहरे की धुंधलाई आंखों से ढलकने लगी तो वे बाजार में आते-जाते लोगों से मुंह छिपाते हुए थके-हारे कदमों से अपनी-अपनी काल-कोठरी की तरफ चल पड़े।
- क्या शानो-शौकत हुआ करती थी इस हवेली की ? स्मृतियों का बवंडर उठने लगा था मन में उन्होंने अंधेरों और धुंधलाई आँखों में से झांककर ज़र्ज़र हवेली पर एक दफे फिर नज़र फिरा ई.
- ये सभी वीरानियाँ उसके जुदा होने से थीं , आँख धुंधलाई हुई थी , शह्र धुंधलाया न था सैकड़ों तूफ़ान लफ़्जों के दबे थे ज़ेरे-लब एक पत्थर था खामोशी का कि जो हिलाता न था .
- कभी चौपाल तो कभी एक ही बाखल में हुक्कों से उठते धुंए व चिलम के चस्कों के बीच घुटने वाली हथाई की सुनहली यादें आज भी मेरे अपनों की धुंधलाई आंखों में साफ - साफ नजर आती है !
- पर इतनी कायर तो कभी नहीं थी मनु ! आँसुओं से धुंधलाई मनु की आँखों के आगे पूरी की पूरी तस्बीर अबतक बिल्कुल साफ़ हो चुकी थी और उसकी वह अधूरी पाण्डुलीपि अब स्वयं ही खुद को पूरा करने के लिए बेचैन थी।
- हाँ , कई बार यह भी देखा जाता है कि जवानी से लबरेज सुन्दरियाँ आराम से महिला बनी बैठी रहती हैं और सत्तर पार की वृद्धाएं बगैर महिलापद पाए हिलते-काँपते पैरों से महिला सीट को ललचाई - धुंधलाई नजरों से देखती रह जाती हैं।
- हर आती जाती सांस उकेरती है / नए स्वप्न लहरियों का अद्भुत तिलिस्मी संसार हमारी उदास / अनमनी मनभित्तियों पर भले ही न हो फ़ुर्सत या बची हो सामर्थ्य संसार की चकाचौंध से धुंधलाई / निष्प्रभ आंखों में उन्हें देख पाने की ....