धूप-छाँव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दोहा सलिला : धूप-छाँव दोहा-यमक -संजीव 'सलिल
- दोहा सलिला : धूप-छाँव दोहा-यमक -संजीव 'सलिल
- किसी अंत का ? धूप-छाँव धूप-छाँव
- किसी अंत का ? धूप-छाँव धूप-छाँव
- किसी अंत का ? धूप-छाँव धूप-छाँव
- धूप-छाँव सम भाव से , सही न खोया धी र.
- धूप-छाँव पर इन पाँच वर्षों में बहुत कुछ बदला है।
- सामने वाली ढलान पे धूप-छाँव पकड़न-पक . ..
- लहराये पानी में जैसे धूप-छाँव रे
- धूप-छाँव की तरह है यह कविता।