नंदनंदन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनमें से एक मुस्लिम महिला ताज का नाम भी आता है जिसे भगवद् प्रेम ने इस्लाम की राह से मोड़कर नंदनंदन की दीवानी , कृष्ण पंथ की फकीरनी बना दिया।
- संगोष्ठी में गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि ब्रज रज का आराधन करने से भगवान नंदनंदन और वृषभानु नंदिनी के चरणों में अनुराग की उत्पत्ति [ ... ]
- भगवान श्री कृष्ण ने नंदनंदन , यशोदानंदन बनकर नंद-घर में आनंद की वर्षा की, उनकी प्रसन्नता प्राप्त की तथा गुरू सांदीपनी के आश्रम में रहकर उनकी खूब प्रेम एवं निष्ठापूर्वक सेवा की।
- संगोष्ठी में गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि ब्रज रज का आराधन करने से भगवान नंदनंदन और वृषभानु नंदिनी के चरणों में अनुराग की उत्पत्ति एवं वृद्धि होती है।
- भगवान श्री कृष्ण ने नंदनंदन , यशोदानंदन बनकर नंद-घर में आनंद की वर्षा की , उनकी प्रसन्नता प्राप्त की तथा गुरू सांदीपनी के आश्रम में रहकर उनकी खूब प्रेम एवं निष्ठापूर्वक सेवा की।
- तिर्यक योनि में उत्पन्न हुई जड्बूद्धि वाली होती हुई भी ये हिरनियाँ धन्य है जो वेणु का शब्द सुनकर विचित्रेय वेषधारी नंदनंदन को अपने अपने पतियों के साथ अपने प्रीतियुक्त अवलोकन से पुजा करती है ||
- इस प्रकार उन कुमारियों ने , जिनका मन श्रीकृष्ण पर निछावर हो चुका था , इस संकल्प के साथ एक महीने तक भद्रकाली की भलीभांति पूजा की कि ‘ नंदनंदन श्यामसुंदर ही हमारे पति हों ' ।
- यहॉं नंदनंदन आनन्दकंद श्रीनाथजी का भव्य मन्दिर है जो करोडों वैष्णवो की आस्था का प्रमुख स्थल है , प्रतिवर्ष यहॉं देश-विदेश से लाखों वैष्णव श्रृद्धालु आते हैं जो यहॉं के प्रमुख उत्सवों का आनन्द उठा भावविभोर हो जाते हैं।
- एक समय नंदनंदन भगवान् श्री कृष्ण के चरणों में साष्टांग प्रणामकर धर्मराज युधिष्ठिर ने पूछा - मधुसूदन ! कृपा करके मुझे यह बताइये कि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में कौन सी एकादशी होती है ? भगवान् श्री कृष्ण बोले- राजन् ! आश्विन कृष्णपक्ष में ' इंदिरा ' नामकी एकादशी होती है।
- तेरी बाँकी सी छवि तेरी बाँकी सी छवि मेरे मन में समाए जाती हैं नंदनंदन तेरा इक नूर सा रहता हैं ख्यालो में मेरे जब भी मैं तोरी छवि निहारु , बस उसी नूर में खो जाती हू ऐसा लगता हैं के जैसे उसी में सिमट के तू मोहे दर्शन देने आ जाएगा,मेरे परदे सब गिराएगा मोहे तो जी भर के अपने सांवले सलोने से प्यारे से ,नीलमणि कृष्ण दरस करवाएगा