नन्दोई का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तुझे भी तो मैंने ही तैयार किया था ना ! और नंदोई सा का तेरी सुहागरात को जो हाल हुआ था, और जो हाल नन्दोई सा ने तेरा किया था, उससे भी कहीं अधिक मजे लेगी शालिनी...
- “ म्हारी ननदल बाई तो सुकुमार ए नन्दोई म्हाने प्यारा लागो जी ! ” मां ने कहा था- ” देखो भगवान ने नाम का भी कैसा हिसाब बैठाया , अपनी राधा को साक्षात् कृष्ण कन्हैया ही मिले।
- तुझे भी तो मैंने ही तैयार किया था ना ! और नंदोई सा का तेरी सुहागरात को जो हाल हुआ था , और जो हाल नन्दोई सा ने तेरा किया था , उससे भी कहीं अधिक मजे लेगी शालिनी ...
- नन्दोई के यह कहने पर कि उर्मिला पति का फोन उससे बात करने के लिये आया था तथा फिर अयेगा और वे उससे बात करना चाहते हैं वह उनके साथ घर चली गयी क्योंकि उसके घर का फोन कुछ दिन से खराब चल रहा था ;
- नन्दोई के यह कहने पर कि उर्मिला पति का फोन उससे बात करने के लिये आया था तथा फिर अयेगा और वे उससे बात करना चाहते हैं वह उनके साथ घर चली गयी क्योंकि उसके घर का फोन कुछ दिन से खराब चल रहा था ;
- डां . डोमारसिंग मढ़रियाकुछ पल कुछ लम्हें जिन्दगी में ऐसे आते हैं,कि जैसे लगता है सब कुछ थम सा गया है| कहीं कोई हलचल नही और ऐसे पल तब आते है जब हम कोई अपना खो देते हैं|यहां अर्जेन्टीना आने के बाद जिन्होंने मुझे पिता सा प्यार दिया मेरे बड़े नन्दोई
- डां . डोमारसिंग मढ़रियाकुछ पल कुछ लम्हें जिन्दगी में ऐसे आते हैं,कि जैसे लगता है सब कुछ थम सा गया है| कहीं कोई हलचल नही और ऐसे पल तब आते है जब हम कोई अपना खो देते हैं|यहां अर्जेन्टीना आने के बाद जिन्होंने मुझे पिता सा प्यार दिया मेरे बड़े नन्दोई...
- मेहरी = पत्नी , भान = बहिन, भाई, बाप, माँ, बड़ा बाप = ताऊ, बहनोई, भानजा, भानजी, भतीजा, भतीजी, बेटा, बेटी, साला, सलज, साली, साढ़ू, फूफी, बूआ, फूफा, जँवाई, धणी = पति, बीरा, भाई, ननद, बड़ो = जेठ, बड़ी = जिठाणी, लाला देवर, छोटी = दोराणी, ससुरो, बूआ-सास, नन्दोई = पति की बहन का पति, भौजाई.
- समय करीब साढे़ तीन बजे वादिनी व उसके पति सम्राट सिंह तथा सम्राट की बहन कमलेश , नन्दोई, धर्मेन्द्र सिंह पुत्र नरेश प्रताप सिंह एवं सतीश की पुत्री मंजू चौपाल से नीचे उतर रहे थे कि रक्षपाल अपने घर से रायफल लेकर आया और कहा साले अभी तक तूने दुकान खाली नहीं की है, तुझे जिन्दा नहीं छोडूंगा।
- समय करीब साढे़ तीन बजे वादिनी व उसके पति सम्राट सिंह तथा सम्राट की बहन कमलेश , नन्दोई, धर्मेन्द्र सिंह पुत्र नरेश प्रताप सिंह एवं सतीश की पुत्री मंजू चौपाल से नीचे उतर रहे थे कि रक्षपाल अपने घर से रायफल लेकर आया और कहा साले अभी तक तूने दुकान खाली नहीं की है, तुझे जिन्दा नहीं छोडूंगा।