निर्लोभी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- राजा को भी मुहं माँगी मुराद मिल गयी , एक तीर से कई शिकार किये राजा ने , राजा को अपने प्रजाजनों में एक त्यागी , निर्पेक्ष , निर्लोभी राजा का खिताब मिला और साथ ही कोई बुराई भलाई उसके सर पर नहीं थी।
- यदि कर्म कुछ पूर्व जन्म के अच्छे हैं तो ऐसे लोग गलती से पहुंचे हुए निर्लोभी और गुमनाम बाबा के पास अनायास ही पहुँच जाते है , जहाँ पर घंटियाँ बजाने पर रब कुछ नहीं बहुत कुछ देता है ......... , बदले में ऐसे बाबा कुछ मांगते भी नहीं ................
- ‘‘ ( तिरमिज़ी , अबू दाऊद ) उपवास के अधिकारी : स्कंद पुराण के अनुसार , ऐसे सभी ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य तथा शूद्र जो वर्णाश्रम का आचरण करने वाले हों , निष्कपट , निर्लोभी , सत्यवादी और सभी के हितकारी हों , वेद का अनुसरण करने वाले , बुद्धिमान तथा पहले से निश्चय करके यथावत कर्म करने वाले हों , व्रत के अधिकारी हैं।
- ‘‘ ( तिरमिज़ी , अबू दाऊद ) उपवास के अधिकारी : स्कंद पुराण के अनुसार , ऐसे सभी ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य तथा शूद्र जो वर्णाश्रम का आचरण करने वाले हों , निष्कपट , निर्लोभी , सत्यवादी और सभी के हितकारी हों , वेद का अनुसरण करने वाले , बुद्धिमान तथा पहले से निश्चय करके यथावत कर्म करने वाले हों , व्रत के अधिकारी हैं।
- यह आर्दश उन्हें बचपन में पितामह प्रेमघर चतुर्वेदी के , जिन्होंने 108 दिन में निरंतर 108 बार श्रीमद्भागवत का परायण किया था, राधाकृष्ण की अनन्य भक्ति, और पिता ब्रजनाथ के भागवती कथा द्वारा धर्मप्रचार एवं माता मूनादेवी के दुखियों की सेवा में प्रत्यक्ष मिला, तथा धनहीन किंतु निर्लोभी परिवार में पलते हुए देश की दरिद्रता तथा अर्थार्थी छात्रों के कष्टनिवारण का स्वभाव एवं उनके जीवन में ओतप्रोत, आचार विचारों का निर्माण हुआ जिससे रेल में, जेल में, जलयान में भी सांयप्रात: संध्योपासना तथा श्रीमद्भागवत और महाभारत का स्वाध्याय उनके जीवन का अभिन्न अंग बना रहा।