पदरज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- डॉ . चौधरी के अनुसार चित्तौड़गढ़ स्थित सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में आयोजि त होने वाली इस संगोष् ठी में राजस्थान के दो प्रतिनिधि कवि अजमेर के अनंत भटनागर और सवाई माधोपुर के विनोद पदरज अपनी कवितायें पढ़ेंगे।
- *लक्ष्मीबाई की सु स्मृति का गति हूँ अनुपम आव्हान , खोजा करती हूँ दुर्गा की पदरज पावन पुण्य महान.* *हम सभी महिला शक्ति की ओर से हमारी प्रेरणा झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को हम सबकी ओर से श्रद्धा-सुमन अर्पित हैं .*
- कृष्ण कल्पित , सत्यनारायण , संजीव मिश्र , विनोद पदरज , राजेन्द्र बोहरा , मनु शर्मा , मन्जू शर्मा , लवलीन , अजन्ता और सीमन्तिनी राघव के सम्पर्क से राजस्थान विश्वविद्यालय में अशोक शास्त्री जल्द ही एक लोकप्रिय व्यक्ति बन गये।
- कविता पाठ में विनोद पदरज , प्रेमचन्द गांधी , ऋतुराज , सरस्वती माथुर , रमेश खत्री , गार्गी मिश्रा , चंचला पाठक , अमित कल्ला , चण्डीदत्त शुक्ल इत्यादि इसकी संयुक्त रूप से अध्यक्ष्ता की हरीश करम चंदाणी , मीठेश निर्मोही ने ।
- विनोद पदरज ने कचनार का पीत पात , बेटी के हाथ की रोटी , शिशिर की शर्वरी , दादी माँ , उम्र आदि कविताएँ सुनाईं , जबकि अनंत भटनागर ने झुकी मुट्ठी , सेज का मायावी संसार , मुझे फांसी दो , मोबाइल पर प्रेम आदि कविताओं का पाठ किया।
- विनोद पदरज की कविताओं पर टिप्पणी करते हुए डॉ रेणु व्यास ने कहा कि उनकी कविता बची हुई मनुष्यता का शब्दचित्र है , एक तरफ कवि परिवेश में विद्यमान विषमताओं से उपजी पीड़ा को वाणी देता है , दूसरी ओर घरेलू जीवन और पारिवारिक रिश्तों में गरमाहट की तलाश करता है।
- नाग-पत्नियों ने यह प्रार्थना की थी- हे देव ! आपके जिस पदरज की प्राप्ति के लिए श्री लक्ष्मीदेवी ने अपनी सारी अन्य अभिलाषाओं को छोड़कर चिरकाल तक व्रत धारण करती हुई तपस्या की थी , किन्तु वे विफल-मनोरथ हुई , उसी दुर्लभ चरणरेणु को कालिया नाग न जाने किस पुण्य के प्रभाव से प्राप्त करने का अधिकारी हुआ है।