परशियन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चिश्ति परिवार के सूफ़ी संतों के अमीर ख़ुसरौ दहल्वी ने परशियन और भारतीय तरीकों को एक ही ढांचे में समाहित कर क़व्वाली को वह रूप दिया जो आज की क़व्वाली का रूप है।
- तब भी , बंगाल की सल्तनत ने मध्य एशिया या परशियन धाराओं से बिना प्रभावित हुए अपने वास्तु सिद्धांतों को बंगाल के रीतिरिवाजों में से अनेक बातों को स्वीकारते और उनका नवीनीकरण करते हुए, गढ़ा था।
- 10 वीं सदी में , कलवादी, बुखारा ''तारूफ'' के लेखक और 11 वीं शताब्दी के परशियन विद्वान, हजबुरी ''काशिफ'' के रचनाकार ने अपने कार्य को इस्लामी परंपराओं के बड़े दायरे के भीतर रखने की कोशिश की थी।
- इस रहस्यमयता का समाधान सिंध की विजय के परशियन अनुवाद चाचनामा या तारीख़ ए हिंद वा सिंध , मोहम्मद अली बिन हमीद बिन अबु बकर /कुफी, 13 वीं सदी/ है जो एक बिलकुल दूसरी ही कहानी बयां करती है।
- इसमें गुरबानी से लेकर परशियन एड लिब , अली अली, अल्लाह हो, शिर्डीवाले साईबाबा, तू प्यार का सागर है, दमा दम मस्त कलंदर और अल्लाह तेरो नाम जैसे गानों के साथ ही गोविंदा आला रे, रघुपति राघव राजाराम और मोरया रे, गीत पेश किए जाएंगे।
- प्रारंभ के ब्रिटिश व्यापारी दूसरे योरोपियन व्यापारियों और योरप के लिए अनेक व्यापारिक मार्र्गाें की / ईजिप्ट से होकर लाल सागर, ईराक से होकर परशियन गल्फ और अफगानिस्थान, पर्शिया और टर्की होकर उत्तरी मार्ग/ प्रतिस्पद्र्धा की वजह से अपनी शर्तें मनवा लेने की स्थिति में नहीं थे।
- यदि नेहरू उपाधि परशियन शब्द नहर के कारणपड़ा तो वहां के अन्य निवासियों ने यह उपाधि क्यों नहीं धारण किया ? मोतीलाल ने ही इस नाम को क्यों चुना?ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली से भागने के पश्चात मोतीलाल ने अपनासम्माननीय पारिवारिक नाम ‘कौल' छोड़ कर नेहरू रख लिया।
- कुछ दिनों से , या कहिए कि करीब एक दो महिने से मेरी वेब पत्रिका के पते पर एक संवाद आरंभ हुआ , संवाद करने वाली ने अपना नाम सेतारह बताया , जो शायद परशियन भाषा का नाम है , शायद इसे ही हिन्दी उर्दू में हम सितारा कहते हैं।
- शब्दों की नन्हीं पगडंड़ियों पर चलकर ही तो भाषा नए आयाम ढूँढ़ती है आइए हम आप भी गौर करते हैं कुछ उन शब्दों पर जो अन्य भाषाओं से हिन्दी में आ मिले थे और जिन्हें हम आप अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में भी खूब इस्तेमाल करते हैं सूची अनगिनत हैं पर चन्द आपकी सुविधा और समझ के लिए प्रस्तुत हैं - अरैबिक , परशियन, तुकी- हबीब, दिल, इन्साफ, बहिस्त, अक्ल, शहर,
- शब्दों की नन्हीं पगडंड़ियों पर चलकर ही तो भाषा नए आयाम ढूँढ़ती है आइए हम आप भी गौर करते हैं कुछ उन शब्दों पर जो अन्य भाषाओं से हिन्दी में आ मिले थे और जिन्हें हम आप अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में भी खूब इस्तेमाल करते हैं सूची अनगिनत हैं पर चन्द आपकी सुविधा और समझ के लिए प्रस्तुत हैं - अरैबिक , परशियन, तुकी- हबीब, दिल, इन्साफ, बहिस्त, अक्ल, शहर,