पानीपत की तीसरी लड़ाई का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 1000 बरस की ग़ुलामी से भी कुछ नहीं सीखा . ...पानीपत की तीसरी लड़ाई का कारण फिर पता करो...सब उत्तर भारतीयों से दुश्मनी मराठी सेना को ले डूबा...
- मराठा पेशवा का साम्राज्य कर्नाटक से अटक ( काबुल) तक जा पहुँचा था… पानीपत की तीसरी लड़ाई में सदाशिवराव पेशवा, अहमदशाह अब्दाली के हाथों पराजित हुए थे।
- पानीपत की तीसरी लड़ाई में पानीपत में आटो वालों को भेज देते , तो नादिरशाह के सैनिक आटो में चलने की रेट सुनकर ही बेहोश हो जाते।
- 1757 प्लासी की लड़ाई , लॉर्ड क्लाइव के हाथों भारत में अंग्रेजों के राजनीतिक शासन की स्थापना 1761 पानीपत की तीसरी लड़ाई, शाहआलम द्वितीय भारत के सम्राट बने
- यह उनका ही प्रताप था कि पानीपत की तीसरी लड़ाई ( 1761 ) तक मराठों ने अंग्रेजों को इस देश पर अपना वर्चस्व कायम करने से रोके रखा।
- मराठे पानीपत की तीसरी लड़ाई से उबर नही पाए थे , मुग़ल सम्राट तक उसके यहाँ शरणार्थी था , उसे अहमद शाह अब्दाली की मित्रता प्राप्त थी ।
- क्लास में तो पूछा जाता था कि ' इज़ ' वर्ब है या नाउन , राणाप्रताप ने क्या प्रतिज्ञा ली थी और पानीपत की तीसरी लड़ाई कब हुई थी .
- मराठा पेशवा का साम्राज्य कर्नाटक से अटक ( काबुल ) तक जा पहुँचा था … पानीपत की तीसरी लड़ाई में सदाशिवराव पेशवा , अहमदशाह अब्दाली के हाथों पराजित हुए थे।
- 1761 में हुई पानीपत की तीसरी लड़ाई की 250 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 14 जनवरी 2010 को एसडी विद्या मंदिर स्कूल सेक्टर- 12 में पानीपत रण संग्राम समिति , पानीपत द्वारा आयोजित किया गया।
- आपने यह भी दिखाया कि मराठा , जो वर्ष 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई के बाद से ही दिल्ली से दूर रहे हैं, आज भी राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं।