पुष्प-वर्षा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वह गड़ गई , कट गई , सिर पर बिजली गिर पड़ती , नीचे की भूमि फट जाती , तो भी कदाचित् वह इस महान् संकट के सामने उसे पुष्प-वर्षा या जल-विहार के समान सुखद प्रतीत होती।
- कोहली के नवीन उपन्यास ' वसुदेव ' का विमोचन 4 सितम्बर 2007 को शंखनाद एवं पुष्प-वर्षा के साथ एक भव्य समारोह में किया गया, जिसमें कोटा नगर के सभी प्रमुख साहित्यकार , कवि एवं सैंकड़ों श्रोता उपस्थित थे।
- आज ये बात याद कर मेरे मन में विचार आता है , कि अगर इस दुनिया में मानवता नाम की कोई देवी है कहीं , तो इस पुण्य कर्म के लिए निश्चय ही उन्होंने अमिताभ पर पुष्प-वर्षा की होगी .
- आश्वस्त प्रगल्भता की तरंग में उनके मुँह से जो शब्द निकल रहे थे , उन्हें सुन कर यह दृश्य , बोरियत या दिलचस्पी से देख रहे देवता उलझन में थे कि सत्यजित की स्पष्टोक्ति पर पुष्प-वर्षा करें या उनकी निर्लज्जता पर प्रस्तर-वर्षा।
- कथाओं में पढ़ा है - बड़ों से सुना है कि - - सतयुग - त्रेता - द्वापर - सभी युगों में धरतीपुत्र की श्रेष्ठता पर - मानवीय सफलताओं पर देवलोक के देवता पुष्प-वर्षा करते थे जय-जयकार करते थे मानव के महामानव बनने पर ।
- ' - 'वसुदेव' का कोटा में लोकापर्ण कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर डॉ. कोहली के नवीन उपन्यास 'वसुदेव' का विमोचन 4 सितम्बर 2007 को शंखनाद एवं पुष्प-वर्षा के साथ एक भव्य समारोह में किया गया, जिसमें कोटा नगर के सभी प्रमुख साहित्यकार, कवि एवं सैंकड़ों श्रोता उपस्थित थे।
- चूंकि ' देवा की मां ‘ या अन्य सारी कहानियां वे हैं , जिन पर अपने समय में काफी पुष्प-वर्षा हुई है , इसलिए मैं जानता हूं कि कमलेश्वर अपने उसी शातिर अन्दाज में कहेगा , ' यहां तो प्यारे , एक कहानी लिखते हैं और साल-भर को निश्चिन्त हो जाते हैं।
- यहाँ घर के लॉन में नियमित आने वाले हिरन , बगिया में कूकने वाले पक्षी, वसंत में चलती हवाओं द्वारा फूलों से लदे पेड़ों से होने वाली पुष्प-वर्षा, दिन में फुदकते खरगोश व शाम को दमकते जुगनू, संस्कृत कवियों द्वारा वर्णित उस भारत की याद दिलाते हैं, जो भारत में भी कम ही दिखता है।
- परन्तु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री ( फ़ौज से दो दशक पहले सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे मेजर जनरल ही कहलाना पसंद करते हैं) भुवन चंद्र खंडूड़ी द्वारा उत्तराखंड की विधान सभा में पेश किये गए- उत्तराखंड लोकायुक्त विधेयक, 2011 पर आपने जिस तरह तारीफों की पुष्प-वर्षा की, वह न केवल बेहद चौंकाने वाला है बल्कि अफसोसजनक भी है.
- यहाँ घर के लॉन में नियमित आने वाले हिरन , बगिया में कूकने वाले पक्षी , वसंत में चलती हवाओं द्वारा फूलों से लदे पेड़ों से होने वाली पुष्प-वर्षा , दिन में फुदकते खरगोश व शाम को दमकते जुगनू , संस्कृत कवियों द्वारा वर्णित उस भारत की याद दिलाते हैं , जो भारत में भी कम ही दिखता है।