पूर्वाषाढ़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शुक्ल पक्ष में उस दिन जिसमें मूल नक्षत्र हो , सरस्वती का आवाहन करके , पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में ग्रन्थों में उसकी स्थापना करके , उत्तराषाढ़ में नैवेद्यदि की भेंटकर , श्रवण में उसका विसर्जन कर दिया जाए।
- शुक्ल पक्ष में उस दिन जिसमें मूल नक्षत्र हो , सरस्वती का आवाहन करके , पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में ग्रन्थों में उसकी स्थापना करके , उत्तराषाढ़ में नैवेद्यदि की भेंटकर , श्रवण में उसका विसर्जन कर दिया जाए।
- पूर्वाषाढ़ के जातक अपनी भौतिक स्थितियों को सुधारने के लिए निरंतर प्रयास करते रहते हैं तथा शुक्र के प्रभाव के कारण इन जातकों में सुंदरता अथवा किसी उपलब्धि का बाहरी प्रदर्शन करने की प्रवृति भी प्रबल होती है।
- वैदिक ज्योतिष के अनुसार अप : नामक जल की एक देवी को पूर्वाषाढ़ नक्षत्र की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है जिसके कारण अप : के चरित्र की बहुत सी विशेषताएं इस नक्षत्र के माध्यम से प्रदर्शित होतीं हैं।
- पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के जातक पराजय के विचार को भी सहन नहीं कर सकते तथा पराजय के बिल्कुल सपष्ट दिखने पर ये जातक चरम प्रतिक्रियाएं भी कर देते हैं जिनमे आत्महत्या तथा किसी अन्य व्यक्ति की हत्या भी सम्मिलित है।
- अंगूठी निर्माण करते समय शुक्र वृष , तुला , या मीन राशि में हो , अथवा शुक्रवार के दिन भरणी , पूर्वाषाढ़ , पूर्वाफाल्गुनी में से कोई भी नक्षत्र हो , तब यह अंगूठी निर्माण कर धारण करनी चाहिए।
- अंगूठी निर्माण करते समय शुक्र वृष , तुला , या मीन राशि में हो , अथवा शुक्रवार के दिन भरणी , पूर्वाषाढ़ , पूर्वाफाल्गुनी में से कोई भी नक्षत्र हो , तब यह अंगूठी निर्माण कर धारण करनी चाहिए।
- उत्तराषाढ़ का शाब्दिक अर्थ है बाद में आने वाला अपराजित अथवा बाद में आने वाले अजेय और इस प्रकार उत्तराषाढ़ नक्षत्र भी अपने से पूर्व आने वाले नक्षत्र पूर्वाषाढ़ की भांति ही अपराजित तथा अजेय होने जैसी विशेषताओं का प्रदर्शन करता है।
- * शुक्ल पक्ष में उस दिन जिसमें मूल नक्षत्र हो , सरस्वती का आवाहन करके , [[ पूर्वाषाढ़ नक्षत्र ]] में ग्रन्थों में उसकी स्थापना करके , [[ उत्तराषाढ़ ]] में नैवेद्यदि की भेंटकर , श्रवण में उसका विसर्जन कर दिया जाए।
- मध्य नाडी = भरनी , मृगशिर , पुष्य , पूर्वाफाल्गुनी , चित्रा , अनुराधा , पूर्वाषाढ़ , घनिष्ठा , उत्तराभाद्रपद , अत्य नाडी = कृतिका , रोहिणी , आश्लेषा , मघा , स्वाति , विशाखा , उत्तराषाढा , श्रवण , और रेवती .