पृथक् का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘समुच्चयगुणितः ' पृष्ठ संख्या 84 पृथक् चीन नहीं हैं।
- ' लिंगानुशासन ' पृथक् ग्रंथ ही है ।
- ' लिंगानुशासन ' पृथक् ग्रंथ ही है ।
- वियुक्त रूप में संबंधतत्व पृथक् अस्तित्व रखता है।
- तब इस ( नए रूप) का पृथक् व्याकरण बनेगा।
- पृथक् वैयक्तिक सत्ता रूपी देह भस्म हो गयी।
- ब्रह्म से पृथक् उनका अस्तित्व संभव नहीं है।
- इनकी शिक्षा के लिए पृथक् वेदांग बनाया गया।
- शक्ति , शक्तिमान से कभी पृथक् नहीं रहती।
- किन्तु निम्नोक्त उद्धरण सर्वथा पृथक् प्रकृति का है।