पौदा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सहीह बुखारी में अबू मूसा रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया : ” अल्लाह तआला ने मुझे जिस मार्गदर्शन और ज्ञान के साथ भेजा है उसका उदाहरण अधिक वषा Z के समान है जो एक धरती पर हुई , तो उस में कुछ अच्छी ज़मीन थी जिस ने पानी को स्वीकार कर लिया और बहुत अधिक घास और पौदा उगाया।
- लेकिन इसके बाद भी वाली के लिये यह ‘ ार्त है के माल की असल को बाक़ी रखे और सिर्फ़ इसके समरात को ख़र्च करे , वह भी उन राहों में जिनका हुक्म दिया गया है और जिनकी हिदायत दी गई है और ख़बरदार इस क़रिया के नख़लिस्तान में से एक पौदा भी फ़रोख़्त न करे यहां तक के वह ज़मीन में दोबारा बोने के लाएक़ न रह जाए।
- अल्लाह तआला ने धर्ती और उसके कीड़ो पर वर्जित कर दिया है कि वह नबियों तथा सन्देष्ठाओ के शरीर को खाए मगर दुसरे सर्व मनुष्य के शव को मिट्टी और उसके कीड़े खा जाते हैं सिवाए मनुष्य के रीढ़ के निचले भाग की एक छोटी हड्डी बाकी रहती है , उसी से इन्सान दो बारा पैदा किया जाएगा जैसा कि सही हदीस में आया है अल्लाह तआला आसमान से पानी बरसाएगा तो लोग वैसे ही उगेंगे जैसेकि पौदा उगता है .
- व्यक्ति को असली परिचय मेरा मुवकिकल आंतरिक गुण और चरित्र देते हैं | मगर ऐसी सोच और चरित्र आज समय में कैसे पौदा होगा , जब की हर तरफ अशांति का माहौल है | वो केवल एक पूर्ण सतगुरु के शरण में जाकर ही आ सकता है | इस लिए हम सब ऐसे पूर्ण सतगुरु की खोज करें , जो ब्रह्मज्ञान के द्वारा हमारी आत्मा को जागृत कर दे | ब्रह्मज्ञान का मतलब अपने भीतर उसी समय इश्वर का दर्शन कर लेना | इस लिए जब हम जागेगें फिर पूरा विश्व जागेगा |