प्राणवंत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस कहे जा चुके को जब कोई इस तरह कहे कि वह पहली बार कहे जैसा लगे और उतना ही प्राणवंत तो लगता है हॉं हॉं यहीं कहीं हमारे मन की बात है जो अब तक अदीठ थी।
- ( खैर, 'लगे पचासी झटके...' का जमाना नहीं था वह!) प्रस्तुत मेलडी सरपट भागती मधुर धुन, कर्णप्रिय संगीत, हेमंत के शालीन, श्रृंगारपूर्ण गायन और मुर्दों को जगा देने वाले प्राणवंत तबले के कारण.... स्मरणीय और कलजयी बन गई है!
- इस कहे जा चुके को जब कोई इस तरह कहे कि वह पहली बार कहे जैसा लगे और उतना ही प्राणवंत तो लगता है हॉं हॉं यहीं कहीं हमारे मन की बात है जो अब तक अदीठ थी .
- एक तरफ छत्ती्सगढी की समृद्ध वाचिक परम्परा है , वहीं दूसरी ओर हलबी , भतरी , खडिया , तूती , मुंडा , बिरहोड , पर्जी , दोर्ली , दाडामी माडिया , मुरिया , अबुझमाडिया आदि आदिवासी बोलियों की प्राणवंत धडकन है ।
- अंत में पाठकों से निवेदन है कि , प्राणवंत कैलास खंड में मैंने जिस शिव-ज्योति की उपलब्धि की थी , उसका एक कण प्रसाद भी यदि मैं इस साधारण पुस्तक के माध्यम से पाठकों में बाँट सका , तो अपना यह प्रयास सार्थक समझूँगा।
- अंत में पाठकों से निवेदन है कि , प्राणवंत कैलास खंड में मैंने जिस शिव-ज्योति की उपलब्धि की थी , उसका एक कण प्रसाद भी यदि मैं इस साधारण पुस्तक के माध्यम से पाठकों में बाँट सका , तो अपना यह प्रयास सार्थक समझूँगा।
- राम आश्वासन देते हैं , रोवे मत , देवि ! अब न होगा आपको कोई कष्ट ! गदगद होकर मुनिपत्नी ने कहा धन्य ! पाकर तेरे करकमलों का स्पर्श प्राणवंत हो उठा आज का पाषाण अहिल्या राम से कहती है , क्या भूल तो नहीं जाओगे।
- जानना चाहता हूँ मैं जीवन को उसकी अन्यतम गहराइयों में इसलिए उतरना चाहता हूँ मैं दुख की गहन गुफ़ा में तैरना चाहता हूँ नकारात्मकता की अंधकारमय नदी में जैसे तैरती है कोई मछली धारा के विरोध में मुझे लगता है मछली प्राणवंत हो उठती होगी उल्टी धारा से खेलते हुए अनायास ही चहचहा उठती होगी चिड़िया उठती हुई ऊपर धरती से ऊपर गुरुत्वाकर्षण के विरोध में
- कभी इसी हवेली में संगीत की प्रस्तुति मेरे पिता के संगीत के जलसे की विशेषता थी , एक-से-एक परम्परासमृद्ध गायक , हमारे गृह के राधागोविन्द मन्दिर के प्रांगण में , इसी गीत के निवेदन से देखते-ही-देखते , रहस्यमय गाम्भीर्य का चँदोवा टाँककर रख देते थे , ‘‘ जय जय लाल गोवर्धनधारी ! ' आज वैसी प्राणवंत अकृत्रिम गायकी के परम्परासमृद्ध गायक कहाँ खो गए ! कहाँ विलीन हो गए वे परिच्छिन्न कंठ।
- सेना में शामिल होकर फासीवाद के खिलाफ लड़ने वाले फैज के लिए फासिज्म लगभग तमाम उम्र एक जिंदा हकीकत रहा , लेकिन बड़ी बात यह थी कि घोर अलगाव और अकेलेपन की इन मुश्किल परिस्थितियों में फैज ने अपने निरूपण काल की लौ की हिफाजत अपनी आबरू की तरह की, उसे न सिर्फ जिलाये रक्खा बल्कि इस पूरे दौर में उनके अंतःकरण में उसकी दीप्ति और भी ज्यादा स्वच्छ, उदग्र और प्राणवंत हो गयी।