प्रेमयुक्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यस्या रेणुं पादयोर्विश्वभर्ता धरते मूर्धिन प्रेमयुक्त : - ( अथर्व वेदीय राधिकोपनिषद ) राधा वह शख्शियत है जिसके कमल वत चरणों की रज श्रीकृष्ण अपने माथे पे लगाते हैं।
- फिर कितने लोग संत पाप अथवा आपके पुरोहितों का अपमान करते हैं , आपके ईश्वरीय प्रेमयुक्त परमप्रसाद की परवाह नहीं करते अथवा उसे अयोग्य रीति से ग्रहण करके अपवित्र करते हैं।
- प्रेमयुक्त हृदय में जो संभावनाएं विद्यमान हैं , उनका समुचित प्रयोग किया जाए तो हम जीवन की वास्तविक धन्यता का और मानव जीवन के विराट उद्देश्य की पूर्णता का अनुभव कर सकते हैं।
- प्रेमयुक्त हृदय में जो संभावनाएं विद्यमान हैं , उनका समुचित प्रयोग किया जाए तो हम जीवन की वास्तविक धन्यता का और मानव जीवन के विराट उद्देश्य की पूर्णता का अनुभव कर सकते हैं।
- सदैव अपनी खुशीयों को प्राथमिकता न देते हुए दूसरों को थोड़ी सी खुशी देना भी एक सर्वोत्तम दान है , इसलिए मधुर संबध बनाने के लिये सदा प्रेमयुक्त , मधुर व सत्य वचन बोलें।
- जौली अंकल तो हमेशा ही केवल अपने लिये न जी कर दूसरो के प्रति कुछ करने के लिये प्रेरणा देते हुए कहते है कि अपने लिये तो हर कोई जीता है , सबके प्रति भाई-भाई की दृष्टि रखने से ही आप सदा प्रेमयुक्त रह सकेंगे।
- इसी युग में आगे आने वाली प्रहसन और प्रेमयुक्त दरबारी रोमैंटिक कॉमेडी के तत्व मेडवाल की कृतियों फ़ फुल्जेंस ऐंड लूक्रीसफ़ और फ़ कैलिस्टो ऐंड मेलेबियाफ़ में और रोमानी प्रवृत्तियों से सर्वथा मुक्त कॉमेडी के तत्व यूडाल की रचना फ़ राल्फ़ र्वायस्टर डवायस्टरफ़ और मिस्टर एस की रचना फ़ गामर गर्टस नीडिलफ़ में प्रकट हुए।
- इसी युग में आगे आने वाली प्रहसन और प्रेमयुक्त दरबारी रोमैंटिक कॉमेडी के तत्व मेडवाल की कृतियों फ़ फुल्जेंस ऐंड लूक्रीसफ़ और फ़ कैलिस्टो ऐंड मेलेबियाफ़ में और रोमानी प्रवृत्तियों से सर्वथा मुक्त कॉमेडी के तत्व यूडाल की रचना फ़ राल्फ़ र्वायस्टर डवायस्टरफ़ और मिस्टर एस की रचना फ़ गामर गर्टस नीडिलफ़ में प्रकट हुए।
- अन्यथा वीर्य व्यर्थ जाता , दोनों की आयु घट जाती और अनेक प्रकार के रोग होते हैं , परन्तु ऊपर से भाषणादि प्रेमयुक्त व्यवहार दोनों को अवश्य रखने चाहिए। ................ संतान छह दिन तक माता का दूध पिये और स्त्री भी अपने शरीर के पुष्टि के अर्थ अनेक प्रकार के उत्तम भोजन करे और योनिसंकोचादि भी करे।
- अब यदि हमें जीवन में हर परिस्थिति का सामना करना ही है तो इसे प्रेम से क्यों न करें ? इस बार नये साल के प्रस्ताव के बारे में जौली अंकल तो यही सदेंश देना चाहते है कि अपने दुखों को भूल कर सबके प्रति भाई - भाई की दृष्टि रखने से आप सदा प्रेमयुक्त रह सकते है।