प्रेम होना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उस गुरू के प्रति साधक के अन्दर में प्रेम होना चाहिये ।
- धर्मात्मा का धर्मात्मा के प्रति प्रेम होना , प्रवचन वात्सल्य भावना है।
- लंबे समय मां की मूर्ति देखते- देखते उससे प्रेम होना स्वाभाविक है।
- संवेदनशीलता होनी चाहि ए . .. ह्रदय में प्रेम होना चाहि ए. .
- धर्मात्मा का धर्मात्मा के प्रति प्रेम होना , प्रवचन वात्सल्य भावना है।
- भजन-ध्यान , नाम-जप , कीर्तन आदिमें हमारा अनन्य प्रेम होना चाहये ।
- लंबे समय मां की मूर्ति देखते- देखते उससे प्रेम होना स्वाभाविक है।
- अकेला उग्र तप नहीं लेकिन अनन्य प्रेम होना भी जरुरी है ।
- गुरु से प्रेम होना वैसा ही है जैसे ईश्वर से प्रेम होना।
- माता पर हमारा जो प्रेम होना चाहिये वह हम लोगों में नहीं है।