फुरहरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैं तो वैसे भी कभी कभार बीमार होने नाटक कर जाता हूँ और यह सुख हलोरता हूँ . ..बीमार पड़ने पर ही क्या सुख हलोरना ...अभी क़ल ही तो कहा चक्कर आ गया है ...तेल मालिश और न जाने क्या क्या फुरहरी सी दौड़ती रही रंगों पर ..
- स्पर्श करती है तो शरीर में फुरहरी उठती है पानी में घुसने की हिम्मत नहीं पडती , तट पर खडे लोगों को देखती है ( हो सकता उन में उसका प्रेमी भी खड़ा हो , कवि को ज्यादा पता होगा ) सोचती है क्या करूँ स्वयं पर हँसी आ रही है , घर भी ऐसे कैसे चली जाये ! .
- उन्हें पकाने तक अपने हरे रंग की आभा में बड़े ही जतन से छिपा कर रखता है , कच्चे फलो का स्वाद इतना खट्टा रखता है की कोइ भी जीव उन्हें खाते ही बिचका कर फुरहरी खट्टे स्वाद से लेने लगता है , उन्हें आराम से पकाता है अपने बीज को बहुत ही समझदारी से मुलायम जाल के अन्दर कैद करता है , इतनी कारीगरी से बीच को डंठल के अन्दर रखता है की कितनी ही ऊंचाई से उसे गिरा दिया जाये तो भी बीज को कोइ नुकसान नहीं होता है .