बनिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यक़ीन न हो तो देखिए : खेती न किसान को, बनिक को बनिज नहिं भिखारी को न भीख बलि चाकर को न चाकरी जीविकाविहीन लोग सीद्यमान सोच बस कहैं एक एकन सों कहाँ जाइ का करीं जी हाँ साहब.
- इसी का एक और पद है : खेती न किसान को बनिक को बनिज नहिं भिखारी को न भीख बलि चाकर को न चाकरी सीद्यमान सोच बस कहै एक एकन सो कहॉ जाइ का करी . यह सच है अकबर के शासन का .
- मैंने अपने जीवन में अनुभव किया है कि गुप्ता ( बनिक ) लोग स्वभाव से ही व्यापार में बड़े कुशल होते हैं , क्योंकि सफल व्यापारी वही हो सकता है जो भली प्रकार यह जानता हो कि किस बात को गुप्त रखना है किस बात को सार्वजनिक करना है .
- रामचरण कुछ नहीं बोले | औरतों की बातचीत में आखिर क्या बोले | रामचरण को सुमनी हमेशा दोनों भाइयों में जुदा का कारज लगती है | ये सुमनी की ही बनिक बुद्धि थी जिसने भागवत को उलटी सीधी पट्टी पढाई थी | रामचरण को आज भी याद आता है सुमनी का बोलना , “बड़े है, तो हम हमेशा आदर करेंगे, लेकिन हमारा हक क्यूँ छोड़ दें ?”
- लेकिन आज उस देश में जहाँ मर्यादा पुरुषोत्तम बने तुम तुम्हारे नाम का अस्त्र और शस्त्र बनाकर बनिक बुद्धि के कुछ कुटिल राजनीतिज्ञ कर रहे हैं हमारी भावना की नृशंस हत्या हमारी सहायता के लिए नहीं आना , तो मत आओ , पर आओ एकबार अवश्य धरती पर ताकि रोएँ साथ साथ मिलकर आओ राम , आओ मैं रोना चाहता हूँ तुम्हारे कंधे से लगकर ......... । कैसे ज़िकर करूँ मैं य' ज़िन्दगी है मेरी किसकी नज़र करूँ मैं ।
- सिलीगुड़ी , कार्यालय संवाददाता: सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के आर्थिक घोटाले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस तरह इस मामले में गिरफ्तार किए जाने वालों की संख्या नौ हो गई है। पकड़े गये आरोपियों के नाम देशबंधुपाड़ा निवासी अजय मैत्र तथा सुभाषपल्ली निवासी तापस बनिक उर्फ बोस है। दोनों को उड़ीसा स्थित भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इन दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। पेशी के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि पुलिस घोटाले से स
- तब प्रश्न उठता है कि फ़िरोज़ ख़ान , फ़िरोज़ गाँधी कैसे हो गये , और उन्हें इस उपनाम जो की गुजरात के बनिक वर्ग में प्रयुक्त होने वाले गाँधी के उपयोग की इजाज़त किसने और क्यों दी ? फ़िरोज़ ख़ान को अपने सही नाम पर क्यों आपत्ति हुई , और क्यों ही उसे नाम बदलने की ज़रूरत पड़ी ? देश के बहुत से लोग तो आज भी यह समझते हैं कि यह कथित गाँधी परिवार महात्मा गाँधी जी से रिलेटेड है , जबकि ऐसा कतई नहीं है .