बरोठा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आरोपियों के नाम राजू पिता मोहन पारदी निवासी सांवल थाना बरोठा , सतीष पिता देबू पारदी, भदोरिया पिता बाबूलाल पारदी, बलदेव पिता बाबूलाल पारदी, लखन पिता बाबूलाल पारदी सभी निवासी आतरापोड़ी थाना बरोठा है।
- आरोपियों के नाम राजू पिता मोहन पारदी निवासी सांवल थाना बरोठा , सतीष पिता देबू पारदी, भदोरिया पिता बाबूलाल पारदी, बलदेव पिता बाबूलाल पारदी, लखन पिता बाबूलाल पारदी सभी निवासी आतरापोड़ी थाना बरोठा है।
- बरोठा त्न धाकड़ युवा संगठन द्वारा निर्भयसिंह नागर के मार्गदर्शन में धाकड़ धर्मशाला में सामूहिक विवाह आयोजित करने संबंधी बैठक में 23वां सामूहिक विवाह सम्मेलन 24 अप्रैल को आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
- निर्भिक निष्पक्ष मतदान की समझाइश दी बरोठा - ! - मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत एकीकृत बाल विकास परियोजना देवास ग्रामीण के सेक्टर बरोठा में नायब तहसीलदार मधू नायक व पर्यवेक्षक कल्पना जोशी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
- निर्भिक निष्पक्ष मतदान की समझाइश दी बरोठा - ! - मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत एकीकृत बाल विकास परियोजना देवास ग्रामीण के सेक्टर बरोठा में नायब तहसीलदार मधू नायक व पर्यवेक्षक कल्पना जोशी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
- बरोठा में वाल्मिकी समाज के ही लगभग 50 घर हैं , लेकिन इसके बाद भी एक भी कपड़ा नहीं बिकने का मतलब स्पष्ट था कि सुमित्रा को गांव के जमींदारों, अगड़ों के साथ ही वाल्मिकी समाज के लोग भी दोषी मानते थे।
- देवास के बरोठा गांव में वाल्मिकी समाज की सुमित्रा ने सदियों से चली आ रही जागीरी को चुनौती देते हुए इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे गरिमा अभियान के सहयोग से दशकों इस काम को करने के बाद अंतत :
- मुरैना से लगभग 85 किलोमीटर दूर जिले के टेंटरा थानान्तर्गत बरोठा घाट तथा राजस्थान के रोधई घाट के बीच चंबल नदी में आज एक यात्री नाव पलट जाने से 14 व्यक्तियों की डूबकर मृत्यु होने की आशंका है , जबकि अभी तक 11 यात्रियों के शव बरामद कर लिए गए...
- कौन अपने खुसी से किसी का मैला ढोना चाहेगा पर यह हकीकत है की , ,, बरोठा ( मध्यप्रदेश में देवास से २ ६ किलो मीटर ) गांमित्रा बाई जब शादी करके आई थी तब उनकी सास ने उन्हें अपनी जागीर सौंप दी थी और उन्हें जागीर में मिला था 25 घरों का मैला ढोने का काम।
- कौन अपने खुसी से किसी का मैला ढोना चाहेगा पर यह हकीकत है की , ,, बरोठा ( मध्यप्रदेश में देवास से २ ६ किलो मीटर ) गांमित्रा बाई जब शादी करके आई थी तब उनकी सास ने उन्हें अपनी जागीर सौंप दी थी और उन्हें जागीर में मिला था 25 घरों का मैला ढोने का काम।