बलवर्द्धक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भोजन के डेढ़-दो घंटे बाद पानी पीना बलवर्द्धक , मध्य में थोड़ा पानी पीना अमृत के समान और तुरंत बाद में पानी पीना विष समान है।
- द्राक्षारिष्ट : उरक्षत छाती में दर्द होना, कुकर खाँसी, गले के रोग, श्वास, काँस, क्षय, फेफड़ों की कमजोर व कब्जियत में लाभकारी तथा बलवर्द्धक है।
- गुण : असगन्ध बलवर्द्धक , रसायन , कड़वी , गरम , वीर्यवर्द्धक तथा वायु , कफ , श्वेतकुष्ठ , शोथ तथा क्षय , इन सबको हरने वाली है।
- इसे जल में घोलकर पीने से यह बलवर्द्धक , पोषक , पुष्टिकारक , मल भेदक , तृप्तिकारक , मधुर , रुचिकारक और पचने के बाद तुरन्त शक्ति दायक होता है।
- उपयोग : खजूर के पेड़ से रस निकालकर 'नीरा' बनाई जाती है, जो तुरन्त पी ली जाए तो बहुत पौष्टिक और बलवर्द्धक होती है और कुछ समय तक रखी जाए तो शराब बन जाती है।
- उपयोग : खजूर के पेड़ से रस निकालकर 'नीरा' बनाई जाती है, जो तुरन्त पी ली जाए तो बहुत पौष्टिक और बलवर्द्धक होती है और कुछ समय तक रखी जाए तो शराब बन जाती है।
- गुण : यह भारी, शीतल, कड़वी, स्वादिष्ट, रसायनयुक्त, मधुर रसयुक्त, बुद्धिवर्द्धक, अग्निवर्द्धक, पौष्टिक, स्निग्ध, नेत्रों के लिए हितकारी, गुल्म व अतिसार नाशक, स्तनों में दूध बढ़ाने वाली, बलवर्द्धक, वात-पित्त, शोथ और रक्त विकार को नष्ट करने वाली है।
- दोनों गुंजा , वीर्यवर्द्धक (धातु को बढ़ाने वाला), बलवर्द्धक (ताकत बढ़ाने वाला), ज्वर, वात, पित्त, मुख शोष, श्वास, तृषा, आंखों के रोग, खुजली, पेट के कीड़े, कुष्ट (कोढ़) रोग को नष्ट करने वाली तथा बालों के लिए लाभकारी होती है।
- दोनों गुंजा , वीर्यवर्द्धक (धातु को बढ़ाने वाला), बलवर्द्धक (ताकत बढ़ाने वाला), ज्वर, वात, पित्त, मुख शोष, श्वास, तृषा, आंखों के रोग, खुजली, पेट के कीड़े, कुष्ट (कोढ़) रोग को नष्ट करने वाली तथा बालों के लिए लाभकारी होती है।
- एक लोकप्रिय चीनी दंतकथा के अनुसार , 3000 ई.पू. के आसपास शासन करने वाले चीन के सम्राट शेन्नोंग ने संयोगवश कुछ पत्तियों के उबलते पानी में गिर जाने के परिणामस्वरूप एक खुशबूदार तथा बलवर्द्धक पेय की खोज कर ली थी.