बामी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- नहीं कोई चिन्ह तालाबों में खिले हुए कमल का तैरती छोटी - छोटी मछली झींगा सिंगी बामी कातल कूदते नंग धड़ंग छोटे बड़े घांव के लड़कों का तकनीकी तौर पर भी मुश्किल यह सब नक्शे में जब गांव बहुत से और छोटे - छोटे हों गरीब करोड़ों और रईस थोड़े हों जब तक न वहां बड़े कल - कारखाने या बांध ऊंचे हों ।
- कोसी की धाराओं से खेलती हुई बचपन की कुछ यादें हैं जिनमें एक बार डूबते हुए बचा लिए जाने जैसा अनुभव भी है , कोसी महरानी से माँ की कुछ मनौतियाँ, नाव की डगमग, बामी और कतला माछ का स्वाद है, तो कुसहा जैसे हाल के कुछ दुखद अनुभव भी है जिसने मेरे नानी गाँव लालगंज तिलाठी के अस्तित्व को ही झकझोर कर रख दिया।
- इनमें नामजद देवरीघटा गांव निवासी चौथमल बैरवा , गोविंद बैरवा, धर्मराज, ठुंगणी गांव निवासी संतोष कुमार, देशराज भील, मालीपुरा गांव निवासी जगदीश माली, पप्पूलाल, गिरधरपुरा हेमड़ा गांव निवासी बजरंग बामी, मदनपुरा गांव निवासी रमेशचंद, जगदीश बैरवा, तेलियाखेड़ी गांव निवासी दिनेशकुमार मीणा, मोड़ी गांव निवासी रमेश एरवाल, पिपल्या गांव निवासी राजाराम एरवाल, डंूगरगांव निवासी रामप्रसाद व भावपुरा गांव निवासी रामकैलाश उर्फ कैलाश मीणा को गिरफतार कर लिया है।
- वातिंगण > बैंगन । वात > बादी । विमान > बिमान > बेवान । वन > बन । वट > बड़ । वामन > बौना । वकील > बोकील । वाराणसी > बनारस । विकार > बुखार । विष्ट > बीट । वल्लभ > बल्लभ । वाल्मीकि > बाल्मीकी > बामी । वीणा > बीन । वचन > बयन > बैन । विना > बिना > बिन ।
- कोसी की धाराओं से खेलती हुई बचपन की कुछ यादें हैं जिनमें एक बार डूबते हुए बचा लिए जाने जैसा अनुभव भी है , कोसी महरानी से माँ की कुछ मनौतियाँ , नाव की डगमग , बामी और कतला माछ का स्वाद है , तो कुसहा जैसे हाल के कुछ दुखद अनुभव भी है जिसने मेरे नानी गाँव लालगंज तिलाठी के अस्तित्व को ही झकझोर कर रख दिया।
- कोसी की धाराओं से खेलती हुई बचपन की कुछ यादें हैं जिनमें एक बार डूबते हुए बचा लिए जाने जैसा अनुभव भी है , कोसी महरानी से माँ की कुछ मनौतियाँ , नाव की डगमग , बामी और कतला माछ का स्वाद है , तो कुसहा जैसे हाल के कुछ दुखद अनुभव भी है जिसने मेरे नानी गाँव लालगंज तिलाठी के अस्तित्व को ही झकझोर कर रख दिया।
- परिचित की तरह मुस्कुराने वाला डर जनारण्य में जानवरों का डर खुद से बढ़ा हुआ डर ×××× कामन्दुओं की ऑंखों के इशारे में निढाल हो रहे मुस्लिम जनमानस की प्रगति के प्रतीक जैसी पताका है दरियाबी ×××× कीड़े से बामी से जीव से निर्जीव से दृश्य से अदृश्य से तरु से तरस्वी से पगलाई भोलीभाली दरयाबी डरती किससे नहीं ? फिर मुझे एक मौका दो बताने का मैं उसके मस्तिष्क को छूकर आता हूँ ……… ..