भंटा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कब तक ' भंटा ' को ' ससुर ' कहते रहोगे : ) वैसी क्राउड सभी उमर के लोगों के पैसे वसूल करा देती है - कोई कुबूल कर लेता है तो कोई गूँगे के गुड़ जैसा आनन्द लेता है।
- जब छोटेलाल के लिए भंटा के पौधों पर महंगे कीटनाशकों के कई छिड़काव करने का पैसा नहीं रहा तो उसने पहले पांच हजार का महाजन से कर्ज लिया , फिर एक बीघे वाले दूसरे खेत की मिट्टी बेचनी शुरु की।
- धार्मिक नगरी वाराणसी में यूं तो हर रोज कोई न कोई मेला जुटता है मगर अगहन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी को वरुणा नदी के किनारे रामेश्वर धाम में लगने वाले प्राचीन लोटा भंटा मेले की अलग ही पहचान है।
- कया करती हो तुम उसके साथ , हैं? उसका भंटा चूसती हो? या अपनी छातियों से उसका दम घोंटती हो ?“ ”यह कहकर आशा रानी उसके ऊपर चढ़ गई थी, और दिव्य गंध वाला वह तेल डलकर धीरे धीरे उसकी मालिश करने लगी थी.
- इस पौराणिक मेले के सबसे बडी खासियत यह है कि इसमें आने वाले श्रद्धालु उपलों पर भंटा ( बैगन) भूनकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के पसंदीदा व्यंजन चोखा और बाटी के अलावा दाल एवं चावल के रूप में प्रसाद तैयार करके रामेश्वर शिव मंदिर में भोग लगाते हैं।
- हमने तो पिछले हफ्ते ईस्ट इंडिया कंपनी की चाय-पार्टी वाले ऐतिहासिक नगर के एक भारतीय ढाबे में दो विदेशियों के लिए भंटा का भर्ता मंगाया - खुदा कसम जले हुए प्लास्टिक का स्वाद आ रहा था - शिकायत की तो बदले में अधपकी भिन्डी मुफ्त मिली .
- और किसी तरह जो लड़कियां भजन व सोहर और सूरन का अचार बनाने और स्वेटर का पैटर्न सीखने में फंसी रह गईं तो वैसी ही तेज़ी से काकी और अंकल लोग खुरपी चलाते व फावड़ा घुमाते खुले दालान को भंटा और भिंडी के बगान में बदल देते !
- फसलों में मुख्य रूप से धान , गेहूँ, गन्ना, मक्का, आलू, द्विदलीय अन्न (अरहर, मटर, चना, मूँग इत्यादि), तिलहन (सरसों, राई, तीसी, सूर्यमुखी इत्यादि), खरबूज, तरबूज, ककड़ी, खीरा, हर प्रकार की मौसमी सब्जियाँ (भिंडी, टमाटर, मूली, प्याज, नेनुआ, करैला, तिरोई, कोहड़ा, लौकी, भंटा इत्यादि), सागों में कई प्रकार के साग विशेषकर जैसे पालक,चौंराई (चौराई), सनई, भथुआ इत्यादि ।
- फसलों में मुख्य रूप से धान , गेहूँ, गन्ना, मक्का, आलू, द्विदलीय अन्न (अरहर, मटर, चना, मूँग इत्यादि), तिलहन (सरसों, राई, तीसी, सूर्यमुखी इत्यादि), खरबूज, तरबूज, ककड़ी, खीरा, हर प्रकार की मौसमी सब्जियाँ (भिंडी, टमाटर, मूली, प्याज, नेनुआ, करैला, तिरोई, कोहड़ा, लौकी, भंटा इत्यादि), सागों में कई प्रकार के साग विशेषकर जैसे पालक,चौंराई (चौराई), सनई, भथुआ इत्यादि ।
- मिली जानकारी के अनुसार सुलतानगंज थाना क्षेत्र के दरगाह रोड निवासी अख्तर उर्फ भंटा , दरगाह रोड कर्बला निवासी शाहिद और दीदारगंज थाना क्षेत्र के सोनामा गांव निवासी शेष कुमार को आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर से जबकि रूपस मुतरुजीगंज निवासी धर्मवीर सिंह उर्फ धर्मवीर साह को पटना सिटी जेल से शुक्रवार को पेशी के लिए गायघाट स्थित व्यवहार न्यायालय लाया गया था।