भटकटैया का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सत्यानासी मेरी स्मृति में भटकटैया नाम से कक्षा ५ की खरपतवार की कॉपी में दर्ज है . .न जाने क्यों..
- भटकटैया एक हलका पर्पल जैसा रंग है , जो कि इसी नाम के पौधे के फूल से लिया गया है।
- भटकटैया के पौधे से लेकर ठण्ड से सिकुड़े पिल्लों और जीव जन्तुओं का संरक्षण , पालन पोषण करती रहीं।
- कुकुरमुत्तों , धतूरे के फूलों , भटकटैया को जमा कर रहा है , चींटियों की सेना खड़ा कर रहा है।
- कुकुरमुत्तों , धतूरे के फूलों , भटकटैया को जमा कर रहा है , चींटियों की सेना खड़ा कर रहा है।
- कण्टकारि द्वयम् ” किसी वैध्य ने भटकटैया ( छोटी बड़ी ) के स्थान पर कण्टकारी ( जूता ) का काढ़ा तैयार किया।
- भटकटैया के 14 - 28 मिलीलीटर काढ़े को 3 बार कालीमिर्च के चूर्ण के साथ सेवन करने से खांसी में लाभ मिलता है।
- भटकटैया बड़ी के फल , कटु, तिक्त, छोटे, खुजली को नष्ट करने वाले, कोढ़(कुष्ठ), कीड़े, बलगम तथा गैस को खत्म करने वाले होते हैं।
- भटकटैया ( कंटकारि, कंटकारिका), जीरा और आँवले का चूर्ण सम भाग में लेकर शहद में मिलाकर चाटने से श्वास रोग में शीघ्र लाभ होता है।
- गुण : भटकटैया तीखी , पाचनशक्तिवर्द्धक और सूजन -नाशक है तथा यह उदर रोगों ( पेट के रोगों ) को भी दूर करता है।