भयपूर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- युध्द के उत्साह से युक्त सेनाओं का रण प्रस्थान युध्द के बाजों का घोर गर्जन , रण भूमि में हथियारों का घात-प्रतिघात, शूर वीरों का पराक्रम और कायरों की भयपूर्ण स्थिति आदि दृश्यों का चित्रण अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
- युध्द के उत्साह से युक्त सेनाओं का रण प्रस्थान युध्द के बाजों का घोर गर्जन , रण भूमि में हथियारों का घात-प्रतिघात, शूर वीरों का पराक्रम और कायरों की भयपूर्ण स्थिति आदि दृश्यों का चित्रण अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
- युध्द के उत्साह से युक्त सेनाओं का रण प्रस्थान युध्द के बाजों का घोर गर्जन , रण भूमि में हथियारों का घात-प्रतिघात , शूर वीरों का पराक्रम और कायरों की भयपूर्ण स्थिति आदि दृश्यों का चित्रण अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
- मुजफ्फरनगर जनपद के गावो में जिस प्रकार से भयपूर्ण माहोल है उसे खत्म होने में समय लगेगा वहा के गावो में दो समुदाय के बीच की दुरिया बढ़ी है जिसे पाटना बहुत सरल नहीं है यह कार्य सिर्फ शासन प्रशासन से संभव नहीं है बल्कि समाज से सरोकार रखने वाले लोगो को भी अपनी भूमिका का निर्बहन करना पड़ेगा /
- अपयश एक अवस्था है समझें तो डर जाता रहता है अपयश को मुह चिढाने का मन में बल आता रहता है भले परिस्थिती भयपूर्ण रूप ले और धडकने बढाए हमारी हमने कस कर पकड रखनी है आत्मविश्वास की अपनी डोरी अपयश स्वप्न राक्षस है जब ये समझ लेते हो उसके बाद सारी रात घोडे बेच कर सो सकते हो तुषार जोशी , नागपुर
- अपयश एक अवस्था है समझें तो डर जाता रहता है अपयश को मुह चिढाने का मन में बल आता रहता है भले परिस्थिती भयपूर्ण रूप ले और धडकने बढाए हमारी हमने कस कर पकड रखनी है आत्मविश्वास की अपनी डोरी अपयश स्वप्न राक्षस है जब ये समझ लेते हो उसके बाद सारी रात घोडे बेच कर सो सकते हो तुषार जोशी , नागपुर आकाश
- दंतेवाडा घटना ने और जिस प्रकार भारत सरकार और उसके प्रतिनिधि प्रचार माध्यमों ने उस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है उससे पूरा वातावरण भयपूर्ण हो गया है , देश को , जनता को आज आन्तरिक सुरक्षा ने नाम पर डरा कर लूट का व्यापार जारी रखने की साजिश का भाण्डाफ़ोड अरुनधति राय ने किया है , उनकी भारतीय मध्यवर्ग में अगर थोडी बहुत आडियन्स अगर न होती तब भारत सरकार अब तक एक बडी सैन्य कार्रवाही कर चुकी होती .
- भोग में रोग का भय है , ऊँचे कुल में पतन का भय है , धन में राजा का भय है मान में दीनता का भय है , बल में शत्रु का भय है तथा रूप में बृद्धावस्था का भय है , शास्त्र में वाद - विवाद का भय है , गुण में दुष्ट जनों का भय है तथा शरीर में कालका भय है | इस प्रकार संसार में मनुष्य के लिए सभी वस्तुएं भयपूर्ण हैं , भय से रहित तो केवल बैराग्य ही है |
- किसी समूह के विरुद्ध शत्रुता का वातावरण - अधिनियम की धारा 3 ( G ) के अनुसार अधिनियम में परिभाषित समूह के किसी व्यक्ति का समूह की सदयस्ता के आधार पर व्यापर या कारोबार का बहिष्कार या जीविका अर्जन करने में उसके लिए अन्यथा कठिनाई पैदा करना , तिरस्कार पूर्ण कार्य करना चाहे वह इसद अधिनियम के अधीन अपराध हो या ना हो परन्तु जिसका प्रयोजन एवं प्रभाव भयपूर्ण शत्रुता या आपराधिक वातावरण उत्पन्न करना हो ! यह ऐसे विषय है जिनको निश्चित कर सकना अत्यंत कठिन है !