भाईचारगी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसकी खुशबू दिनों दिन विश् व में बिखरती रहेगी , बशर्ते हम अपनी भावनाओं में पवित्रता , भाईचारगी , खुदा ईश् वर , गुरू , जिसे भी आप अपना पथ प्रदर्शक मानते हो उनमें आस् था बनायें रखे .
- वो अम्नो-मुसावात ( शांति और समानता) , भाईचारगी, फ़िरक़ावाराना-हमआहंगी (सांप्रदायिक सद्भाव) और जम्हूरी क़द्रों (लोकतांत्रिक मूल्यों) की बहाली के ख़्वाब देखते हैं और जब इन ख़्वाबों पर ज़र्ब पड़ती है तो उनकी शे'री सोच पर तल्ख़ी के अक़्स उभर आते हैं,लेकिन उनकी तल्ख़ी कड़वाहट में नहीं बदलती.
- वो अम्नो-मुसावात ( शांति और समानता) , भाईचारगी, फ़िरक़ावाराना-हमआहंगी (सांप्रदायिक सद्भाव) और जम्हूरी क़द्रों (लोकतांत्रिक मूल्यों) की बहाली के ख़्वाब देखते हैं और जब इन ख़्वाबों पर ज़र्ब पड़ती है तो उनकी शे'री सोच पर तल्ख़ी के अक़्स उभर आते हैं,लेकिन उनकी तल्ख़ी कड़वाहट में नहीं बदलती.
- जदयू प्रत्याशी श्री अशरफ अपने काफिले व समर्थकों के हुजूम संग क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न हाट बाजारों व चौक चौराहों का सघन दौरा कर जनसमूह को यह भरोसा दिलाया कि नीतीश जी आपके दुख-सुख के साथी है और वे क्षेत्र में शांति , भाईचारगी व समृद्धि के लिए कृत संकल्पित भी है।
- जदयू प्रत्याशी श्री अशरफ अपने काफिले व समर्थकों के हुजूम संग क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न हाट बाजारों व चौक चौराहों का सघन दौरा कर जनसमूह को यह भरोसा दिलाया कि नीतीश जी आपके दुख-सुख के साथी है और वे क्षेत्र में शांति , भाईचारगी व समृद्धि के लिए कृत संकल्पित भी है।
- विडम्बना यह भी रही कि न तो समानता के दर्शन पर आधारित राजनीतिक दलों ने , न तो इस्लाम को समानता व भाईचारगी का धर्म बताने वाले मौलानाओं ने , न सामाजिक कार्यकर्ताओं और न जाति-विहीन समाज का नारा लगाने वाले दलित नेताओं ने उनकी समस्याओं की ओर ध्यान दिया।
- कार्यक्रम के प्रभारी नरेंद्र शेखावत का कहना है कि एंजिल ऑफ लव अभियान के तहत लोगों में शांति व प्रेम से अपना जीवनयापन करने का संदेश विभिन्न माध्यमों से देकर लोगों के दिलों में भाईचारगी का दीप जलाने का प्रयास कर रहे है , ताकि पूरे विश्व में अमन का माहौल बना रहे।
- लेकिन यह सब चीज़ें नही वुजूद में आयीं मगर इस्लामी उम्मत के दरमियान आपस का इत्तेहाद व भाईचारगी और तमाम गिरोहों का एक दुसरे से राब्ता रखने की बेना पर जो कि दीने इस्लाम के साये में हासिल हुआ था , हालाँकि इन की शहरियत , राय , सक़ाफ़त , पहचान और तक़लीद अलग अलग थी।
- परन्तु यह सब चीज़ें वुजूद में नही आयीं मगर इस्लामी राष्ट्र के मध्य आपस की एकता व भाईचारगी और समस्त गिरोहों का एक दूसरे से सम्बंध रखने के आधार पर जो कि इस्लाम धर्म की छाया में प्राप्त हुवा था , हालाँकि इन की नागरिकता , मत , संस्कृति व सभ्यता , पहचान और अनुसरण में भिन्नता थी।
- नये साल के दूसरे दिन शनिवार को जदयू नेता सह जिप के पूर्व उपाध्यक्ष शकील अख्तर राही ने सैकड़ों मोटरसाइकिलों के साथ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बहादुरगंज से लेकर टेढ़ागाछ तक का दौरा किया एवं चौक चौराहों पर मौजूद लोगों को नव वर्ष का तहेदिल से मुबारकवाद देते हुए शांति , भाईचारगी व स्वर्णिम भविष्य की कामना की ।