भारंगी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके लिए 3 ग्राम भारंगी के जड़ का पावडर +3 ग्राम त्रिकटु ( सौंठ + पिप्पल + काली मिर्च ) का पावडर प्रात : सांय गर्म पानी से लें .
- गुरु - भारंगी / केले की जड़ विशेष : वृक्ष या पौधा न मिलने पर पंसारी से जड़ खरीदकर पूजा आदि के बाद आस्था व विश्वास के साथ धारण करनी चाहिए।
- गर्भवती को गर्भपात होने कर पीपलामूल , सौंठ , भारंगी और अजवायन 10 - 10 ग्राम मात्रा में 4 गिलास पानी में डलकर उबालना और 1 गिलास बचे तब छानकर पी लेना चाहिए।
- गर्भवती को गर्भपात होने कर पीपलामूल , सौंठ , भारंगी और अजवायन 10 - 10 ग्राम मात्रा में 4 गिलास पानी में डलकर उबालना और 1 गिलास बचे तब छानकर पी लेना चाहिए।
- 4 ग्राम भांग , 8 ग्राम पीपल , 12 ग्राम हरड़ का छिलका , 16 ग्राम बहेड़े का छिलका , 20 ग्राम अडूसा और 24 ग्राम भारंगी को लेकर बारीक चूर्ण बना लें।
- उस दिन का दृश्य ऐसा था जिससे मन में संदेह उत्पन्न होता था कि भारंगी या शरावती का पानी पहाड़ से आता है या बादलों से ? नाव में बैठकर हम उस पार गये।
- गुरु ग्रह- गुरु केन्द्राधिपति दोष से पीड़ित हो , अशुभ प्रभाव दे रहा हो या प्रभावहीन हो , ऐसे में भारंगी या केले की जड़ गुरुवार को दोपहर के समय पीले धागे में धारण करें।
- डॉ . खोरी ने भारंगी को फुफ्फुसीय श्लेष्म रोगों को हरनेवाला माना है तथा डॉ . कोमान के अनुसार भारंगी अनेकानेक कारणों से उत्पन्न फेफड़ों की विकृति मिटाने के लिए उपयोग में लाई जाती है ।
- डॉ . खोरी ने भारंगी को फुफ्फुसीय श्लेष्म रोगों को हरनेवाला माना है तथा डॉ . कोमान के अनुसार भारंगी अनेकानेक कारणों से उत्पन्न फेफड़ों की विकृति मिटाने के लिए उपयोग में लाई जाती है ।
- शृंग भस्म , भारंगी चूर्ण , काली मिर्च , मुनक्का , पिप्पली और खजूर को मिलाकर पीसं , े गोलियां बना लें और दिन में चार बार पानी के साथ लेने से हृदय-शूल से राहत मिलती है।