भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- डा . खन्ना ने कहा कि इस विधि का रोगियों पर प्रयोग करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद , स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक , भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) , औषध नियंत्रक को केस हिस्ट्री भेजा गया है।
- वहीं दूसरी ओर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आई.सी.एम.आर.) के जरिए देश के तमाम भागों में किए गए सर्वेक्षणों से पता चला है कि धूम्रपान और तम्बाकू सेवन से फेफड़े, मुँह तथा आहार नली का कैंसर होने की ज्यादा आशंका होती है।
- इस गठजोड़ के तहत भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बॉयोटैक्नॉलॉजी विभाग तथा अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ऑफ द डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस संयुक्त रुप से मधुमेह के क्षेत्र में कार्यक्रम का विकास करेगा।
- भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) की स्थापना सन् 1911 में इंडियन रिसर्च फंड एसोसिएशन ( आईसीएमआर ) के रूप में की गयी थी , जिसे देश की स्वतंत्रता के बाद सन् 1949 में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) नाम दिया गया।
- भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) की स्थापना सन् 1911 में इंडियन रिसर्च फंड एसोसिएशन ( आईसीएमआर ) के रूप में की गयी थी , जिसे देश की स्वतंत्रता के बाद सन् 1949 में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) नाम दिया गया।
- वहीं दूसरी ओर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आई . सी . एम . आर . ) के जरिए देश के तमाम भागों में किए गए सर्वेक्षणों से पता चला है कि धूम्रपान और तम्बाकू सेवन से फेफड़े , मुँह तथा आहार नली का कैंसर होने की ज्यादा आशंका होती है।
- डेंगू , मेनिंगोकोकल के इलाज में भी होगा कारगर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स ) के शरीर क्रिया विज्ञान व माइक्रोबायोलोजी विभाग के वैज्ञानिकों ने डेंगू , मेनिंगोकोकल एवं चिकनगुनिया के इलाज की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ने में सफलता हासिल की है।
- सन् १९४७ के अगस्त में देश के स्वतंत्र होने के पश्चात् भारत सरकार ने चिकित्सा संबंधी अनुसंधान के महत्व को भली भाँति समझकर उसकी उन्नति को ओर ध्यान देना आरंभ किया और इंडियन रिसर्च एसोसिएशन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( इंडियन काउंसिल ऑव मेडिकल रिसर्च) के रूप में सन् १९४८ में पुनर्जीवित किया गया तथा देश में चिकित्सा विषयक प्रत्येक प्रकार के अनुसंधान का प्रबंध करने का काम उसके सुपुर्द किया गया।
- सन् १९४७ के अगस्त में देश के स्वतंत्र होने के पश्चात् भारत सरकार ने चिकित्सा संबंधी अनुसंधान के महत्व को भली भाँति समझकर उसकी उन्नति को ओर ध्यान देना आरंभ किया और इंडियन रिसर्च एसोसिएशन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( इंडियन काउंसिल ऑव मेडिकल रिसर्च) के रूप में सन् १९४८ में पुनर्जीवित किया गया तथा देश में चिकित्सा विषयक प्रत्येक प्रकार के अनुसंधान का प्रबंध करने का काम उसके सुपुर्द किया गया।
- सन् १ ९ ४ ७ के अगस्त में देश के स्वतंत्र होने के पश्चात् भारत सरकार ने चिकित्सा संबंधी अनुसंधान के महत्व को भली भाँति समझकर उसकी उन्नति को ओर ध्यान देना आरंभ किया और इंडियन रिसर्च एसोसिएशन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( इंडियन काउंसिल ऑव मेडिकल रिसर्च ) के रूप में सन् १ ९ ४ ८ में पुनर्जीवित किया गया तथा देश में चिकित्सा विषयक प्रत्येक प्रकार के अनुसंधान का प्रबंध करने का काम उसके सुपुर्द किया गया।