मंगलपाठ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बंद कमरे में रहकर गुरू से प्राप्त साधना मौन रूप में करेंगे और 14 नवंबर को भगवान महावीर की कथा को पूर्णाहूति करके श्रद्धालुओं को मंगलपाठ सुनाएंगे।
- संस्मरण सुनाते हुए काह कि उनकी सबसे बड़ी विशेषता नवकार मंत्र का आमजन को मंगलपाठ देना रहा जिसके कारण अनेक लोग शारीरिक एवं मानसिक रोगों से मुक्त हुए।
- नव दुर्गा पूजा , ज्योतिपूजा , वटुक-गणेशादि सहित कुमारी पूजा , अभिषेक , नान्दीश्राद्ध , रक्षाबंधन , मंगलपाठ , गुरुपूजा , मंत्र-स्नान आदि के अनुसार अनुष्ठान होता है।
- नव दुर्गा पूजा , ज्योतिपूजा , वटुक-गणेशादि सहित कुमारी पूजा , अभिषेक , नान्दीश्राद्ध , रक्षाबंधन , मंगलपाठ , गुरुपूजा , मंत्र-स्नान आदि के अनुसार अनुष्ठान होता है।
- अतः महामंगल रूप इन चारों का स्वरूप समझकर मंगलपाठ श्रवण करके तथा मंगलपाठ में उक्त चारों महामंगलों का स्मरण करके-स्वरूप समझकर आत्मा को विशुद्ध तथा तदरूप मंगलमय बनाना है।
- अतः महामंगल रूप इन चारों का स्वरूप समझकर मंगलपाठ श्रवण करके तथा मंगलपाठ में उक्त चारों महामंगलों का स्मरण करके-स्वरूप समझकर आत्मा को विशुद्ध तथा तदरूप मंगलमय बनाना है।
- 1 सितम्बर 2013 , श्री राणी सती दादीजी का मंगलपाठ धूमधाम के साथ संपन्न हुआ | अवसर पर भारी संख्या में भक्तों ने उत्साह के साथ भाग लिया |
- जैसा कि मंगलपाठ में कहा गया है-“अरिहंता मंगलं , सिद्धा मंगलं।साहू मंगलं, केवलि पण्णत्तो धम्मो मंगलं।।” अर्थात्- अरिहंत मंगल हैं, सिद्ध मंगल हैं साधु मंगल हैं और केवलज्ञानी (वीतरागसर्वज्ञ) द्वारा प्रज्ञप्त (आत्म) धर्म मंगल है।
- जैन संत अनुपम मुनि की 3 दिवसीय मौन साधना कल पूरी होने जा रही है और कल सुबह साढे छह बजे अनुपम मुनि भगवान महावीर की कथा को पूर्णाहूति देकर श्रद्धालुओं को मंगलपाठ सुनाएंगे।
- इसी महीने की 11 , 12 , 13 नवंबर को जैन संत अनुपम मुनि बंद कमरे में मौन साधना करेंगे और 14 नवंबर को भगवान महावीर की कथा की पूर्णाहूति करके श्रद्धालुओं को मंगलपाठ सुनाएंगे।