मकतूल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मुहम्मद ने कहा क़सम खुद कि जिसके कब्जे में मेरी जान है , एक ज़माना आएगा कि क़त्ल करने वाला न जानेगा कि इसने क़त्ल क्यों किया और मकतूल न जानेगा कि वह क़त्ल क्यों किया जा रहा है .
- उस मकतूल सलमान तासीर का जो एक गैर मुस्लिम महिला की रिहाई के पक्ष में अपनी आवाज़ बुलंद करते हुए शहीद हो गया या फिर जिस हत्यारे ने सलमान तासीर जैसे बेगुनाह इंसान की रक्षा करने के बजाए उसकी हत्या कर डाली उसका ?
- जिनके बायोडाटा में बूथ लूटने का या कातिलों की वकालत से कमाई से भरी थैली का विवरण गर्वपूर्वक दर्ज है , वे बता रहे हैं कि वोट डालना कितना पुनीत काम है और देश का कानून महान है कि वह मकतूल और कातिल , दोनों को बराबरी का हक देता है।
- शान्ति आज खद्दर लपटे रैम्प की कैट वाक पर है और बाजार में हैं दोनो के खरीदार लहू की प्यास से तरबतर घात लगाता शिकारी शान्त था हमेंशा पर मकतूल ने जब भी चाहा चीखना तुम्हारी किताबें थमा दीं बन्दरों ने उनके थप्पड़ की छाप दिखती है तुम्हारे चेहरे पर और दहल गए हैं हम भी इसलिए बापू !
- घात लगाता शिकारी शान्त था हमेंशा पर मकतूल ने जब भी चाहा चीखना तुम्हारी किताबें थमा दीं बन्दरों ने उनके थप्पड़ की छाप दिखती है तुम्हारे चेहरे पर और दहल गए हैं हम भी इसलिए बापू ! हमें फिर से बताओ शान्ति क्या होती है वो जो दिखती है चेहरे पर या वो चुप जो नया कत्ल बोती है।
- चन्द्रशेखर के राजनैतिक जीवन के विविध पहलुओं पर अहमद हसन , भगवती सिंह , डा़ मधु गुप्ता , डा़ अशोक बाजपेयी , धर्मानन्द तिवारी , जरीना उस्मानी , श्रीपति सिंह शारदा प्रताप शुक्ला , विजय यादव , निर्मल सिंह , राजेश दीक्षित , इंद्रधर द्विवेदी , बुक्कल नवाब , डा़ आलम सरहदी , डा़ आशालता सिंह , मकतूल अख्तर ने भी प्रकाश डाला।
- चन्द्रशेखर के राजनैतिक जीवन के विविध पहलुओं पर अहमद हसन , भगवती सिंह , डा़ मधु गुप्ता , डा़ अशोक बाजपेयी , धर्मानन्द तिवारी , जरीना उस्मानी , श्रीपति सिंह शारदा प्रताप शुक्ला , विजय यादव , निर्मल सिंह , राजेश दीक्षित , इंद्रधर द्विवेदी , बुक्कल नवाब , डा़ आलम सरहदी , डा़ आशालता सिंह , मकतूल अख्तर ने भी प्रकाश डाला।
- अमिताभ बच्चन की कोई फ़िल्म थी , शायद ' ईमान धरम ' , जिसमें अदालत में गवाही देते समय हाथ के इशारे से मकतूल का कद बताते हैं बिग बी , और ये पता चलने पर कि मकतूल एक मुर्गा है उल्टे वकील साहब को ही कह्ते हैं कि आप जल्दी बहुत करते हैं , दूसरा हाथ तो अभी देखा ही नहीं आपने।
- अमिताभ बच्चन की कोई फ़िल्म थी , शायद ' ईमान धरम ' , जिसमें अदालत में गवाही देते समय हाथ के इशारे से मकतूल का कद बताते हैं बिग बी , और ये पता चलने पर कि मकतूल एक मुर्गा है उल्टे वकील साहब को ही कह्ते हैं कि आप जल्दी बहुत करते हैं , दूसरा हाथ तो अभी देखा ही नहीं आपने।
- ‘ देखिये लोकतंत्र संख्या का खेल है , लोकतंत्र में न्याय भी संख्या बल का मुहताज होता है , संख्या जुटानी पड़ती है उसके लिये सही तरीका है मकतूल को पहले से बदनाम करो , लोग अगर आपके खिलाफ हों तो मकतूल को भी घृणा से ही देखें जैसे मारिया केस में मकतूल नीरज पर भी कास्टिंग काउच का आरोप लगा हुआ है '