मखान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- डबरे में मखान के पत्तों पर पानी की बूँदें अठखेलियाँ कर रही थीं . आम के बगीचों से ‘ कलकतिया ' और ‘ सरही ' आमों की खुशबू चारों ओर फैल रही थी .
- मधु , मखान , मक्खन , धान और पान से जुड़ी मिथिलांचल की संस्कृति के स्मृतियों में शामिल होने का दौर तो पहले ही शुरू हो गया था , अब इस इलाके का भूगोल भी बदल जाएगा।
- मधु , मखान , मक्खन , धान और पान से जुड़ी मिथिलांचल की संस्कृति के स्मृतियों में शामिल होने का दौर तो पहले ही शुरू हो गया था , अब इस इलाके का भूगोल भी बदल जाएगा।
- याद आते स्वजन जिनकी स्नेह से भींगी अमृतमय आँख , याद आता मुझे अपना वह तरौनी ग्राम याद आतीं लीचियां, वे आम याद आते धान याद आते कमल, कुमुदनी और ताल मखान याद आते शस्य श्यामल जनपदों के रूप-गुन अनुसार ही रखे गए वे नाम।
- यहाँ के लोगों के खान-पान एवं विद्या प्रेम पर मैथिली में प्रचलित एक कहावत दरभंगा की संस्कृति को अच्छी तरह बयान करता है- पग-पग पोखर , पान मखान , सरस बोल , मुस्की मुस्कान , विद्या-वैभव शांति प्रतीक , ललित नगर दरभंगा थिक !!
- पग-पग पोखर , पान मखान सरस बोल, मुस्की मुस्कान विद्या-वैभव शांति प्रतीक ललित नगर दरभंगा थिक अपने गौरवशाली अतीत एवं अद्वितीय सांस्कृतिक परंपराओं के बावजूद दुर्भाग्य से मिथिला संस्कृति का केन्द्र रहा यह क्षेत्र आज राजनैतिक उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है और अब कभी कभी अपनी बाढ की भयावहता के कारण अखबारों की सुर्खियों में दिख जाता है।
- एक है गिरिधारी बाबु , मिथिला के हैं तो पान , गान , मखान और बखान इन् चारों की कमी नही है | ठण्ड हो या गर्मी कुरता-पैजामा इनकी सबसे पसंदीदा पोषक है , बस फर्क इतना है कि गर्मी में चमड़े का चप्पल और ठण्ड में बंदी और उजले रंग कि स्पोर्ट जुते , और निकल पड़ते हैं ..
- एक है गिरिधारी बाबु , मिथिला के हैं तो पान , गान , मखान और बखान इन् चारों की कमी नही है | ठण्ड हो या गर्मी कुरता-पैजामा इनकी सबसे पसंदीदा पोषक है , बस फर्क इतना है कि गर्मी में चमड़े का चप्पल और ठण्ड में बंदी और उजले रंग कि स्पोर्ट जुते , और निकल पड़ते हैं ..
- पोठिया प्रखंड के बालूबाड़ी , फर्राबाड़ी , ककड़ामारी , सोहागी , गलगलिया पुल , बीरपुर , रहमतपुर , भोटाथाना , सतगोलिया , गंजियाबाड़ी , सैठाबाड़ी , चिचुआबाड़ी , तैयबुपर , मखान पोखर ,, डांगीबाड़ा , काटकूंआ , मनीराम भिट्ठा , मीरामनी , छतरगाछ व झारबाड़ी के दीनी मदरसा में आधुनिक दुनियाबी शिक्षा आजाद इंडिया फाउंडेशन के द्वारा दी जा रही है।
- पोठिया प्रखंड के बालूबाड़ी , फर्राबाड़ी , ककड़ामारी , सोहागी , गलगलिया पुल , बीरपुर , रहमतपुर , भोटाथाना , सतगोलिया , गंजियाबाड़ी , सैठाबाड़ी , चिचुआबाड़ी , तैयबुपर , मखान पोखर ,, डांगीबाड़ा , काटकूंआ , मनीराम भिट्ठा , मीरामनी , छतरगाछ व झारबाड़ी के दीनी मदरसा में आधुनिक दुनियाबी शिक्षा आजाद इंडिया फाउंडेशन के द्वारा दी जा रही है।