मगरूरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैं अपनी कुदरती हद के मुताबिक अपने आस-पास रहनेवालों की ही सेवा कर सकता हूं पर मैंने तुरन्त अपनी मगरूरी में ढूंढ़ निकाला कि मुझे तो सारी दुनिया की सेवा अपने तन से करनी चाहिये।
- फ़ूल में भी मगरूरी रही होगी पत्थर की भी मजबूरी रही होगी पछता न सके लडकर भी जब रिश्तों में बहुत दूरी रही होगी बात की है अब तक तो क्या दिमागी कुछ कमजोरी रही होगी पूछे नहीं हम कहां थे अब तक फ़िक्र ये गैर - जरूरी रही होगी समझ आई तो क्या आई उनको ये किस्मत ह
- फ़ूल में भी मगरूरी रही होगी पत्थर की भी मजबूरी रही होगी पछता न सके लडकर भी जब रिश्तों में बहुत दूरी रही होगी बात की है अब तक तो क्या दिमागी कुछ कमजोरी रही होगी पूछे नहीं हम कहां थे अब तक फ़िक्र ये गैर - जरूरी रही होगी समझ आई तो क्या आई उनको ये किस्मत ह . ..
- फिर उनका अकड़ा हुआ स्वभाव भी उनकी इस कहानी को तुरंत पूरे दफ्तर में फैलाने और दूसरे पत्रकारों को मज़ा ले कर किस्सागोई करने का काम करता है , लेकिन मजेदार बात यह दिखती है कि इतना सब के होने के बाद भी तल्ख़ महोदय की पेशानी पर बल नहीं आता और वे अपनी मगरूरी में उतने ही मगन रहते हैं, जितना पहले रहा करते थे.
- फिर उनका अकड़ा हुआ स्वभाव भी उनकी इस कहानी को तुरंत पूरे दफ्तर में फैलाने और दूसरे पत्रकारों को मज़ा ले कर किस्सागोई करने का काम करता है , लेकिन मजेदार बात यह दिखती है कि इतना सब के होने के बाद भी तल्ख़ महोदय की पेशानी पर बल नहीं आता और वे अपनी मगरूरी में उतने ही मगन रहते हैं, जितना पहले रहा करते थे.
- मन लागो मेरो यार फकीरी में जो सुख पावो नाम भजन में , सो सुख नाही अमीरी में भला बुरा सब को सुन लीजो, कर गुजरान गरीबी में; प्रेम नगर में रहनी हमारी, भली बनी आई सबूरी में; हाथ में कुण्डी, बगल में सोट्टा, चारों दिशा जागीरी में; आखिर ये तन ख़ाक मिलेगा, कहा फिरत मगरूरी में कहें कबीर सुनो भाई साधो, साहेब मिलें सबूरी में .
- फिर उनका अकड़ा हुआ स्वभाव भी उनकी इस कहानी को तुरंत पूरे दफ्तर में फैलाने और दूसरे पत्रकारों को मज़ा ले कर किस्सागोई करने का काम करता है , लेकिन मजेदार बात यह दिखती है कि इतना सब के होने के बाद भी तल्ख़ महोदय की पेशानी पर बल नहीं आता और वे अपनी मगरूरी में उतने ही मगन रहते हैं , जितना पहले रहा करते थे . “