मनसिज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उर की धरा पर कई बार तेरा ख़याल पनपा , थोड़ा बढ़ा पर मनसिज ज्वार के थपेडों नें हमेशा उसे घायल किया ...
- देवयानी व्यथित थी अव्यवस्थित थी अतृप्त थी - मनसिज का कोलाहल उसकी रग-रग में व्याप्त था - कच को समर्पित थी उसकी हर रक्त-शिरा।
- बुद्धि में वृहस्पति , तेज में भाष्कर तथा सौन्दर्य में मनसिज की निवास भूमि होने से यह सर्वदेवमय प्रकटित नल रूप ही है जो दमयंती स्वयंवर को सुशोभित करेगा।
- बुद्धि में वृहस्पति , तेज में भाष्कर तथा सौन्दर्य में मनसिज की निवास भूमि होने से यह सर्वदेवमय प्रकटित नल रूप ही है जो दमयंती स्वयंवर को सुशोभित करेगा।
- ' बनन में बागन में बगरयौ बसंत है ' की धमक किसे नहीं सुनाई पड़ जाती ! तुलसी का 'मनहु मुएहु मन मनसिज जागा ' का बिंब सामने खड़ा हो जाता है ।
- रसिकाचार्यों ने प्रेम और श्रृंगार का वर्णन करके जो शैली ग्रहण की उसमें प्रेम के प्रतिपादन में काम , मनोज , भार , मनसिज , मन्मथ आदि शब्दों का प्रचुर परिमाण में प्रयोग हुआ।
- रसिकाचार्यों ने प्रेम और श्रृंगार का वर्णन करके जो शैली ग्रहण की उसमें प्रेम के प्रतिपादन में काम , मनोज , भार , मनसिज , मन्मथ आदि शब्दों का प्रचुर परिमाण में प्रयोग हुआ।
- उठी हुई-सी मही , व्योम कुछ झुका हुआ लगता है रसप्रसन्न मधुकांति चतुर्दिक ऐसे उमड़ रही है, मानो, निखिल सृष्टि के प्राणॉ में कम्पन भरने को एक साथ ही सभी बाण मनसिज ने छोड़ दिये हों.
- वामन पुराण के अनुसार धनुष के टुकडेÞ धरती पर जहां गिरे वहां चम्पा , मौलिश्री , कमल , चमेली और बेला के पुष्प कालान्तर में उगे हैं जो आज तक मनसिज को उद्दीप्त करने के सहायक उपाद बने हुए हैं।
- यह महा प्रभामंडल , ज्वालामय अग्नि-चक्र , कर रहा निरंतर भस्म अहंता , मोह-तमस् . * दक्षिणोर्ध्व हस्त में डमरु नाद का शब्द- यंत्र, जिसकी स्वर लहरी से झंकृत दिक्काल तंत्र , वामोर्ध सृष्टि-संवाहक जीवन-अग्नि धार सच-शुभ-सुन्दर करता कलुषित मनसिज विकार .