महादैत्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इल्वल के द्वारा उच्च स्वर से बोली हुई वाणी सुनकर वह अत्यन्त मायावी ब्राह्मणशत्रु बलवान महादैत्य वातापि उस ब्राह्मण की पसली को फाड़कर हँसता हुआ निकल आता।
- महादैत्य महिषासुर के अत्याचार जब चरम पर पहुंच गये तो ऋषि मुनि , देवी-देवता सभी भयभीत होकर भागने -छिपने लगे क्योंकि वह कई वरदानों से शक्तिमान बनकर अहंकारी हो गया था।
- महादैत्य पहचानता नहीं है इस शक्ति को , उसके वास्तविक स्वरूप को , और उसे वशवर्तिनी बनाना चाहता है , अपनी लिप्सापूर्ति के लिये अपने अहं को तुष्ट करने के लिये।
- कलुषित मन विचार दे रूप इसे विकराल , यह वो ब्रह्मास्त्र है - जिससे धरा बने पाताल! परमाणुओं का यह महादैत्य कल्पित नहीं यथार्थ है, यदि बोतल से निकला सृष्टि का विनाश है!
- इस कथा को बांचते हुए हम , निश्चित तौर पर यह नहीं कह सकते कि हिम के खलनायकत्व / महादैत्य से लड़ने वाले , ओडेन , विली और वे , कौन हैं ?
- दुर्गा सप्तशती के सप्तम अध्याय में वर्णित कथाओं के अनुसार एक बार चण्ड-मुण्ड नामक दो महादैत्य देवी से युद्ध करने आए तो , देवी ने काली का रूप धारण कर उनका वध कर दिया।
- युग निर्माण मिशन व योजना के संस्थापक व सूत्र संचालक युगऋषि पं ० श्रीराम शर्मा आचार्य ने इस युग के ३ प्रमुख महादैत्य बताए हैं- अज्ञान , अभाव व अनाचार जिससे मानवता पीड़ित है ।।
- कहीं , बुद्धदेव को महादैत्य के तौर पर दिखाते हुए उनको सिंगुर , नंदीग्राम और माओवादी हिंसा के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है तो कहीं ममता का चित्रण राक्षसी के तौर पर करते हुए उनको उद्योगों की संहारक बताया गया है।
- और किसमें इतनी सामर्थ्य है कि अपने रक्त की प्रत्येक बूँद से नया रूप , नया जीवन पानेवाले महादैत्य को रक्तहीन कर सके -क्रोध की पराकाष्ठा ! सारे ऊपरी आवरण उतार कर महाकाली दिग्वसना हो गई है , अतिचारी पशु से कैसी लाज और काहे की मर्यादा।
- जब राजनीति में भ्रष्टाचार है तो जीवन के अन्य पक्ष भी अछूते नही रह सकते | भ्रष्टाचार महादैत्य होता है | हम नहीं कह सकते कि यह महादैत्य न जाने कब किस को निगल जाये | इसलिए सारे देश को उस संस्कार और तंत्र के विरुद्ध खड़े हो जाना चाहिए , जिस के कारण भ्रष्टाचार पैदा होता है बढ़ता है |