महारस का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहानी भी कुछ अधिक जटिल और लंबी है जो अत्यंत संक्षेप में नीचे दी जाती है कनेसर नगर के राजा सूरजभान के पुत्र मनोहर नामक एक सोए हुए राजकुमार को अप्सराएँ रातोंरात महारस नगर की राजकुमारी मधुमालती की चित्रसारी में रख आईं।
- एवं निकुंज लीला में क्रमश : आत्मविसर्जन करके विशुध्द महारस तत्व की प्रतिष्ठा करती है ! “ ( डा ० गोपीनाथ कविराज पृ , ० १ ८ ० ) जिस परकीया भाव को प्राकृत जगत सबसे अधम वस्तु बताता है , उसके सामान पवित्र और पूर्ण आकर्षण प्रेम राज्य के किसी और भाव में संभव नहीं है !
- सचमुच मेरा भारत महान है-इसकी महानता की खोज करने वालो ! इस पवित्र देश की परंपराओं में इसे खोजो और महाआनंद तथा महारस के महारस में डूब जाओ-कृष्ण की रासलीला के यही अर्थ हैं-लम्पट और कामी लोग कृष्ण को बदनाम कर सकते हैं , परंतु वैदिक विद्वान उन्हें समझते हैं कि कृष्ण वास्तव में क्या थे ? कृष्ण वास्तव में क्या थे- कृष्ण के ‘ रास ' की खोज में भारत की खोज समाई है।
- सचमुच मेरा भारत महान है-इसकी महानता की खोज करने वालो ! इस पवित्र देश की परंपराओं में इसे खोजो और महाआनंद तथा महारस के महारस में डूब जाओ-कृष्ण की रासलीला के यही अर्थ हैं-लम्पट और कामी लोग कृष्ण को बदनाम कर सकते हैं , परंतु वैदिक विद्वान उन्हें समझते हैं कि कृष्ण वास्तव में क्या थे ? कृष्ण वास्तव में क्या थे- कृष्ण के ‘ रास ' की खोज में भारत की खोज समाई है।
- लावण्या जी ! आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरी रचना पढ़ी ,कृतज्ञ हूँ ! पंडित नरेन्द्र शर्मा जी की विदुषी पुत्री की टिप्पणी मेरे लिए सौभाग्य की बात है !गोरखनाथ जी का तंत्र के क्षेत्र में योगदान भारतीय मनीषा की अद्वितीय धरोहर है , उनके बारे में आपके आलेख से बहुत नई जानकारियां मिलीं ! “ साधो ऐसा करम न कीजै, जासों अमिय महारस छीजै ”गोरख के इस महारस की एक बूँद भी छीजने से बच जाय तो जीवन सार्थक हो जाय!
- लावण्या जी ! आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरी रचना पढ़ी ,कृतज्ञ हूँ ! पंडित नरेन्द्र शर्मा जी की विदुषी पुत्री की टिप्पणी मेरे लिए सौभाग्य की बात है !गोरखनाथ जी का तंत्र के क्षेत्र में योगदान भारतीय मनीषा की अद्वितीय धरोहर है , उनके बारे में आपके आलेख से बहुत नई जानकारियां मिलीं ! “ साधो ऐसा करम न कीजै, जासों अमिय महारस छीजै ”गोरख के इस महारस की एक बूँद भी छीजने से बच जाय तो जीवन सार्थक हो जाय!