माण्डूक्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- माण्डूक्य उपनिषद् पर कारिका लिखने वाले विद्वान् श्री गौड़पाद का जन्म उनके पिता के उपवास पूर्वक सात दिन तक गायत्री जप करने के फलस्वरूप हुआ था।
- माण्डूक्य उपनिषद के अनुसार इस स्थिति में अन्तःकरण के चारों भाग एक हो जाते हैं , उस रूप में , जो हम हैं , विशुद्ध चेतना स्वरूप।
- शंकर ने ईश , केन , कठ , प्रश्न , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छांदोग्य , बृहद्-आरण्यक और श्वेताश्वतर-इस ग्यारह उपनिषदों का भाष्य किया है।
- शंकर ने ईश , केन , कठ , प्रश्न , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छांदोग्य , बृहद्-आरण्यक और श्वेताश्वतर-इस ग्यारह उपनिषदों का भाष्य किया है।
- उन्होंने गीता , माण्डूक्य और ईशावास्य उपनिषदों का तथा आचरांग की कुछ गाथाओं का हिन्दी में काव्यानुवाद भी किया है , जो ‘ अमृतकण ' पुस्तक में संग्रहीत है।
- उन्होंने गीता , माण्डूक्य और ईशावास्य उपनिषदों का तथा आचरांग की कुछ गाथाओं का हिन्दी में काव्यानुवाद भी किया है , जो ‘ अमृतकण ' पुस्तक में संग्रहीत है।
- प्रमुख उपनिषद हैं- ईश , केन , कठ , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य , श्वेताश्वतर , बृहदारण्यक , कौषीतकि , मुण्डक , प्रश्न , मैत्राणीय आदि।
- प्रमुख उपनिषद हैं- ईश , केन , कठ , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य , श्वेताश्वतर , बृहदारण्यक , कौषीतकि , मुण्डक , प्रश्न , मैत्राणीय आदि।
- ईष , केन , कठ , प्रश् , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य और बृहदारण्यक के अतिरिक्त श्वेताश्वतर और कौशीतकि को भी महत्त्व दिया गया हैं।
- ईष , केन , कठ , प्रश् , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य और बृहदारण्यक के अतिरिक्त श्वेताश्वतर और कौशीतकि को भी महत्त्व दिया गया हैं।