मात्रिक छंद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मात्रिक छंद ( या जाति) - जिस छंद के सभी चरणों में मात्राओं की संख्या समान हो।
- मात्रिक छंद होंगे या वार्णिक या आल्हा का वीर छंद होगा या रीतिकालीन कवित्त और सवैये ।
- मौलिकता तथा दक्षता के प्रणयन कर्म में समर्थ होने पर भी उन्हें मात्रिक छंद अधिक भाते हैं .
- मात्रिक छंद ː जिन छंदों में मात्राओं की संख्या निश्चित होती है उन्हें मात्रिक छंद कहा जाता है।
- मात्रिक छंद ː जिन छंदों में मात्राओं की संख्या निश्चित होती है उन्हें मात्रिक छंद कहा जाता है।
- मात्रिक छंद ( या जाति ) - जिस छंद के सभी चरणों में मात्राओं की संख्या समान हो।
- हंस में उनकी जो कविता प्रकाशित हुई है वह मात्रिक छंद पर है और ग़ज़ल के स् वरूप में है ।
- गंग ( सं . ) [ सं-पु . ] 1 . एक मात्रिक छंद 2 . भक्तिकाल के एक प्रसिद्ध हिंदी कवि।
- आल्हा या वीर छन्द अर्ध सम मात्रिक छंद है जिसके हर पद ( पंक्ति) में क्रमशः १६-१६ मात्राएँ, चरणान्त क्रमशः दीर्घ-लघु होता है.
- कुंडलिया ( सं . ) [ सं-स्त्री . ] दोहे और रोले के योग से बनने वाला एक मात्रिक छंद ; कुंडलिका।