मुंडमाल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हे भोलेनाथ ! !! आप स्मशान में रमण करते हैं, भुत-प्रेत आपके संगी होते हैं, आप चिता भष्म का लेप करते हैं तथा मुंडमाल धारण करते हैं| ये सारे गुण ही अशुभ एवं भयावह जान पड़ते हैं| तबभी हे स्मशान निवासी आपके भक्त आपके इस स्वरूप में भी शुभकारी एव आनंदाई हे प्रतीत होता है क्योकि हे शंकर आप मनोवान्चिता फल प्रदान करने में तनिक भी विलम्ब नहीं करते|
- हे भोलेनाथ ! !! आप स्मशान में रमण करते हैं , भुत-प्रेत आपके संगी होते हैं , आप चिता भष्म का लेप करते हैं तथा मुंडमाल धारण करते हैं | ये सारे गुण ही अशुभ एवं भयावह जान पड़ते हैं | तबभी हे स्मशान निवासी आपके भक्त आपके इस स्वरूप में भी शुभकारी एव आनंदाई हे प्रतीत होता है क्योकि हे शंकर आप मनोवान्चिता फल प्रदान करने में तनिक भी विलम्ब नहीं करते |